पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डोनर) भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र की निवेश और व्यापार क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए नई दिल्ली में ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट: द इन्वेस्टर समिट’ का आयोजन कर रहा है।
भारत का समुद्री मत्स्य क्षेत्र अपनी अधिकतम संभावित उत्पादन तक पहुँच गया है, लेकिन इसे सतत मत्स्य पालन सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, जिससे आर्थिक वृद्धि और समुद्री संरक्षण के बीच संतुलन बना रहे।
भारत-यू.के. मुक्त व्यापार समझौता (FTA) भारत की वैश्विक व्यापार रणनीति में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है, जो इसे कम लागत वाली निर्यात अर्थव्यवस्था से एक मूल्य-सृजन शक्ति में बदलने का संकेत देता है।
भारत में स्थानीय शासन प्रायः सुलभ और विस्तृत डेटा की कमी का सामना कर रहा है, जिससे पंचायत नेताओं के लिए अपने समुदायों का प्रभावी मूल्यांकन करना कठिन हो जाता है।
जनरेटिव ए.आई. केवल कॉपीराइट किए गए कार्यों का पुनरुत्पादन ही नहीं करता है, बल्कि उन पर प्रशिक्षण भी देता है, जिससे पिछली प्रौद्योगिकियों के विपरीत, अनधिकृत उपयोग के बारे में चिंताएँ उत्पन्न होती हैं।
हाल ही में, केंद्रीय सरकार ने राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन का प्रारूप तैयार करने के लिए अंतर-मंत्रालयी पैनल स्थापित करने की पहल की, जिसका उद्देश्य भारत के विनिर्माण क्षेत्र को मजबूत करना है।
मणिपुर संकट, जो दो वर्षों से जारी है, ने 250 से अधिक लोगों की मृत्यु और हजारों लोगों के विस्थापन का कारण बना है, लेकिन इसे अन्य सुरक्षा चिंताओं की तुलना में राष्ट्रीय प्राथमिकता में उतना महत्त्व नहीं मिला।
जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन तेज़ हो रहा है और जैव विविधता में गिरावट आ रही है, प्राकृतिक संसाधनों को आर्थिक स्थिरता का आधार मानना पहले से कहीं अधिक महत्त्वपूर्ण हो गया है।
हालिया नीतिगत ढाँचे, संस्थागत स्वायत्तता और बाज़ार-आधारित शिक्षा मॉडल में हुए बदलावों ने शैक्षणिक स्वतंत्रता के क्षरण और शिक्षा के बढ़ते बाज़ारीकरण को लेकर चिंताओं को उत्पन्न किया है।