AI के युग में व्यक्तित्व अधिकारों को समझना
हाल ही में दिल्ली उच्च न्यायालय में एक मुकदमा दायर किया गया, जो एआई-जनित डीपफेक वीडियो से संबंधित है, जिसने व्यक्तित्व अधिकारों का उल्लंघन किया। यह मामला इस तथ्य को रेखांकित करता है कि एआई कैसे प्रामाणिकता और धोखे के बीच की रेखा को धुंधला कर देता है, जिससे समाजों को डिजिटल युग में मानव पहचान की कानूनी एवं नैतिक सीमाओं पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित होना पड़ता है।