पाठ्यक्रम: GS3/ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
संदर्भ
- नीति आयोग के फ्रंटियर टेक हब ने इंटरनेशनल बिजनेस मशीन-आईबीएम (IBM) के साथ साझेदारी में भारत को 2047 तक विश्व की शीर्ष-तीन क्वांटम अर्थव्यवस्थाओं में बदलने के लिए एक राष्ट्रीय रोडमैप जारी किया है।
परिचय
- क्वांटम तकनीक एक तीव्रता से विकसित हो रहा क्षेत्र है जो क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांतों का उपयोग करके अभूतपूर्व क्षमताओं वाली नई तकनीकों का विकास करता है।
- 2035 तक, क्वांटम तकनीकों से विभिन्न उद्योगों में 1–2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का नया वैश्विक मूल्य सृजित होने की संभावना है।
- भारत ने 2023 में राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (NQM) शुरू करके वैश्विक क्वांटम दौड़ में प्रवेश किया, जो 2023-24 से 2030-31 तक चलेगा।
- उद्देश्य: वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास को बीजारोपित करना, पोषित करना और विस्तार देना तथा क्वांटम तकनीक (QT) में एक जीवंत और नवोन्मेषी पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना।
क्वांटम तकनीकों के प्रमुख स्तंभ
- क्वांटम कंप्यूटिंग: क्वांटम बिट्स (क्यूबिट्स) और क्वांटम सूचना का उपयोग करके पारंपरिक प्रणालियों की तुलना में अत्यधिक तीव्र गणनाएँ करता है।
- क्वांटम संचार: क्वांटम की वितरण (QKD) और एंटैंगलमेंट का उपयोग करके अल्ट्रा-सुरक्षित संचार सक्षम करता है जिसे बिना पता चले अवरोधित नहीं किया जा सकता।
- क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी: क्वांटम यांत्रिक प्रभावों का उपयोग करके अत्यधिक उच्च-परिशुद्धता माप प्राप्त करता है, जैसे परमाणु घड़ियाँ, मैग्नेटोमीटर और नेविगेशन सेंसर।
- क्वांटम सामग्री: सुपरकंडक्टिविटी, टोपोलॉजिकल अवस्थाएँ और क्वांटम कोहेरेंस जैसी क्वांटम गुणों का उपयोग करके नवीन सामग्रियों का विकास करता है।

भारत की 2035 की दृष्टि
- कम से कम 10 वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी क्वांटम स्टार्टअप्स का इनक्यूबेशन, जिनमें से प्रत्येक का राजस्व 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो।
- सॉफ्टवेयर और इंजीनियरिंग क्षमता का उपयोग करके वैश्विक क्वांटम सॉफ्टवेयर एवं सेवाओं के बाजार में 50% से अधिक मूल्य पर नियन्त्रण करना।
- भारत के रणनीतिक क्षेत्रों में घरेलू और वैश्विक क्वांटम तकनीकों का सार्थक और बड़े पैमाने पर परिनियोजन।
- हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों के लिए वैश्विक क्वांटम आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करना, जिससे रणनीतिक निर्भरता और मूल्य का निर्माण हो।
- क्वांटम विज्ञान और इंजीनियरिंग में विश्व स्तरीय अनुसंधान एवं बौद्धिक संपदा निर्माण के साथ मौलिक वैज्ञानिक सफलताओं का स्रोत बनना।
भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र का SWOT विश्लेषण (क्वांटम तकनीकों में)

क्वांटम अर्थव्यवस्था बनने के लिए आवश्यक कदम
- क्वांटम कार्यबल का विस्तार: 2-3 वर्षों में वैज्ञानिक, गहन इंजीनियरिंग और पेशेवर कार्यबल को कई गुना बढ़ाना जो परिनियोजन के लिए तैयार हो।
- प्रयोगशाला से बाजार तक संक्रमण को तीव्र करना: अनुसंधान करने, तकनीक सत्यापन और तकनीक को प्रयोगशाला से बाजार तक ले जाने की सुगमता को 2 वर्षों में उल्लेखनीय रूप से सुधारना।
- भारतीय स्टार्टअप्स के लिए भारत को आकर्षक बनाना: सुनिश्चित करना कि 90% से अधिक डीप टेक भारतीय स्टार्टअप्स भारत में ही पंजीकृत रहें।
- वैश्विक मानक निर्धारण में नेतृत्व करना: वैश्विक मानक निकायों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ना और अंतरराष्ट्रीय मानक निर्धारण में नेतृत्व करना ताकि भारतीय उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुँच सुनिश्चित हो।
- व्यापार को सुदृढ़ करना: सुदृढ़ व्यापारिक संबंध सुनिश्चित करना और विशेषकर क्वांटम संबंधित तकनीकी क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी निर्यात एवं आयात की सुगमता प्रदान करना।
| नीति फ्रंटियर टेक हब नीति फ्रंटियर टेक हब “विकसित भारत” के लिए एक एक्शन टैंक है। सरकार, उद्योग और अकादमिक जगत के 100 से अधिक विशेषज्ञों के सहयोग से यह 20+ प्रमुख क्षेत्रों में फ्रंटियर तकनीकों का उपयोग करके परिवर्तनकारी विकास एवं सामाजिक प्रगति हेतु 10-वर्षीय रोडमैप तैयार कर रहा है। |
Source: AIR
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संक्षिप्त समाचार 08-12-2025