Editorial Analysis in Hindi
बढ़ते ऋण से निपटने का समय
भारत का ऋण-से-GDP अनुपात एक बढ़ती हुई चिंता का विषय रहा है, जो वैश्विक और उभरते बाजार दोनों के औसत से अधिक हो गया है। आर्थिक स्थिरता और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए केंद्र एवं राज्य दोनों सरकारों के ठोस प्रयास की आवश्यकता है।
भारत का शहरी बुनियादी ढांचा: वित्तपोषण, आवश्यकताएं और वास्तविकता
भारत का शहरी बुनियादी ढांचा एक महत्वपूर्ण बिंदु पर है, जो देश में तेजी से शहरीकरण जारी रहने के कारण कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।
धीमी और अवरुद्ध भारतीय न्यायपालिका: संकट में एक प्रणाली
भारतीय न्यायपालिका वर्षों से लंबित मामलों के भारी भार का सामना कर रही है, जिससे न्याय में देरी हो रही है और न्यायिक प्रणाली में जनता का विश्वास कम हो रहा है। समय आ गया है कि इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए बाहरी सहायता लेने सहित नवीन समाधानों पर विचार किया जाए।
भारत को एक पर्यावरणीय स्वास्थ्य नियामक एजेंसी की आवश्यकता
विशेषज्ञ और नीति निर्माता बढ़ते प्रदूषण स्तर के साथ-साथ तेजी से आर्थिक विकास के बीच व्यापक एवं एकजुट पर्यावरण प्रशासन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भारत में एक पर्यावरणीय स्वास्थ्य नियामक एजेंसी (EHRA) की स्थापना का समर्थन कर रहे हैं।
सोशल मीडिया और लोकतंत्र
हाल के वर्षों में, लोकतांत्रिक समाजों में सोशल मीडिया की भूमिका एक व्यापक परिचर्चा का विषय बन गई है। जबकि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों ने संचार और सूचना प्रसार में क्रांति ला दी है, उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियां भी पेश की हैं।
हाशिये पर पड़ा समुदाय: सेक्स वर्करों की दुर्दशा
ऐसे विश्व में जहाँ सामाजिक मानदंड प्रायः स्वीकृति की सीमाओं को निर्धारित करते हैं, सेक्स वर्कर सबसे अधिक हाशिए पर पड़े समुदायों में से एक हैं, जो गंभीर मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों से घिरे हैं, जो सामाजिक कलंक, हिंसा, आर्थिक दबाव और अलगाव से भी खराब हो गए हैं।
कुछ परिवर्तन के साथ एक द्विपक्षीय निवेश संधि
हाल ही में भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच हुए द्विपक्षीय निवेश संधि (BIT) ने भारत के निवेश संधियों के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को दर्शाया है। यह 2014 की भारत-UAE निवेश संधि को प्रतिस्थापित करता है और निवेश संरक्षण और राज्य के संप्रभु अधिकारों के बीच संतुलन बनाने की भारत की परिवर्तित स्थिति को प्रतिबिंबित करता है।
स्वास्थ्य-व्यय-sdg-जोखिम
भारत सहित निम्न आय वाले देशों (LICs) और निम्न मध्यम आय वाले देशों (LMICs) में सरकारी स्वास्थ्य व्यय में हालिया रुझान चिंताजनक परिवर्तन दर्शाते हैं, क्योंकि देश सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की समय-सीमा के करीब पहुंच रहे हैं।
वैश्विक नवाचार में भारत का बढ़ता प्रभाव
हाल ही में, विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) ने विश्व बौद्धिक संपदा संकेतक (WIPI) रिपोर्ट 2024 जारी की, जिसमें वैश्विक बौद्धिक संपदा (IP) फाइलिंग में महत्वपूर्ण रुझानों और विकास पर प्रकाश डाला गया।
Daily Current Affairs in Hindi
- संक्षिप्त समाचार 04-12-2025
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- बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम, 2025