कृषि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील होती जा रही है, जिसमें वर्षा के पैटर्न में परिवर्तन भी शामिल है, जो पारंपरिक कृषि पद्धतियों को बाधित करता है और खाद्य सुरक्षा को खतरा पहुँचाता है।
सार्वभौमिक और न्यायसंगत स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक व्यक्ति, चाहे उसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, ने गति पकड़ी है, लेकिन सभी के लिए न्यायसंगत पहुँच प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
मेटा, गूगल और अमेज़न जैसी डिजिटल दिग्गजों पर निगरानी रखने के लिए सूक्ष्म दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जो नवाचार और जवाबदेही के बीच संतुलन बनाए रखे, निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करे तथा उपयोगकर्त्ता अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
भारत में विभिन्न राज्यों के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करना एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, जिसके लिए औद्योगिक विस्तार, बुनियादी ढाँचे के विकास और डिजिटल परिवर्तन को मिलाकर एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
कुशल सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों की माँग को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें प्रशिक्षण में मानकीकरण की कमी से लेकर स्नातकों के लिए सीमित रोजगार के अवसर तक शामिल हैं।
भारत के मॉडल द्विपक्षीय निवेश संधि (BIT) पाठ में संशोधन, जैसा कि केंद्रीय बजट 2025 में घोषित किया गया है, का उद्देश्य संधि को वर्तमान वैश्विक आर्थिक वास्तविकताओं के साथ संरेखित करते हुए इसे अधिक निवेशक-अनुकूल बनाना है।
नीदरलैंड के डेल्फ़्ट यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी में डिजिटल एथिक्स सेंटर को स्वास्थ्य प्रशासन के लिए AI पर WHO सहयोग केंद्र के रूप में नामित किया गया है।