भारत को अपने घाटे के लक्ष्य को लोचशील बनाए रखने की आवश्यकता है
चूँकि भारत का लक्ष्य 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनना है, इसलिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्यों के प्रति अधिक लोचशील दृष्टिकोण अपनाना महत्त्वपूर्ण है, ताकि राजकोषीय विवेक से समझौता किए बिना दीर्घकालिक निवेश सुनिश्चित किया जा सके।