भारतीय संविधान संथाली भाषा में जारी
पाठ्यक्रम: GS1/संस्कृति
संदर्भ
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय संविधान को संथाली भाषा में जारी किया।
परिचय
- भारतीय संविधान अब संथाली भाषा में उपलब्ध है, जिसे ओल चिकी लिपि में लिखा गया है।
- संथाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में 92वें संशोधन अधिनियम, 2003 के माध्यम से शामिल किया गया था।
- यह भाषा झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार के एक बड़े आदिवासी समुदाय द्वारा बोली जाती है।
आठवीं अनुसूची
- भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में भारत गणराज्य की राजकीय भाषाओं की सूची दी गई है।
- भारतीय संविधान का भाग XVII अनुच्छेद 343 से 351 तक राजकीय भाषाओं से संबंधित है।
- आठवीं अनुसूची में निम्नलिखित 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है:
- असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली और डोगरी।
- इनमें से 14 भाषाएँ प्रारंभ में संविधान में शामिल थीं। बाद में 1967 में सिंधी जोड़ी गई; 1992 में कोंकणी, मणिपुरी और नेपाली जोड़ी गईं; और 2003 में 92वें संशोधन अधिनियम द्वारा बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली जोड़ी गईं।
- अंग्रेज़ी इन 22 भाषाओं की सूची में अनुपस्थित है। यह भारत की 99 गैर-अनुसूचित भाषाओं में से एक है।
स्रोत: TH
धनु यात्रा
पाठ्यक्रम: GS1/संस्कृति
समाचारों में
- हाल ही में ओडिशा के बरगढ़ में ‘धनु यात्रा’ का उद्घाटन किया गया।
धनु यात्रा
- यह विश्व का सबसे बड़ा खुले मैदान का रंगमंच (open-air theatre) है और ओडिशा तथा अन्य स्थानों से हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है।
- यह ग्यारह दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव है, जो पौराणिक कथाओं, परंपरा और प्रदर्शन को एक अद्वितीय उत्सव में एक साथ लाता है।
- यह पूरे नगर को पौराणिक मथुरा नगरी में परिवर्तित कर देता है और भगवान कृष्ण के जीवन की घटनाओं का नाट्य रूपांतरण करता है — उनके जन्म से लेकर राजा कंस की मृत्यु तक।
- केंद्र सरकार ने ‘धनु यात्रा’ को राष्ट्रीय उत्सव का दर्जा दिया है।
स्रोत: Air
राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) से जोड़ा गया
पाठ्यक्रम: GS3/ आंतरिक सुरक्षा
संदर्भ
- राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) से जोड़ा गया है, जिसका उद्देश्य खुफिया जानकारी को सुदृढ़ करना और आपराधिक जांच को तीव्र करना है।
राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) क्या है?
- NATGRID एक वास्तविक समय खुफिया और डेटा-एक्सेस प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे 26/11 मुंबई हमलों (2008) के बाद विकसित किया गया था ताकि एजेंसियों के बीच निर्बाध सूचना-साझाकरण सक्षम हो सके।
- यह गृह मंत्रालय (MHA) के अंतर्गत कार्य करता है तथा बैंक लेन-देन, दूरसंचार उपयोग, पासपोर्ट/आव्रजन रिकॉर्ड, टैक्स आईडी, पुलिस FIR (CCTNS) एवं अन्य ई-गवर्नेंस स्रोतों जैसे 20 से अधिक श्रेणियों के नागरिक और वाणिज्यिक डेटा को एकीकृत करता है।
- डेटा पहुँच: प्रारंभ में केवल इन एजेंसियों तक सीमित था:
- खुफिया ब्यूरो (IB), अनुसंधान एवं विश्लेषण विंग (R&AW), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)
- प्रवर्तन निदेशालय (ED), वित्तीय खुफिया इकाई (FIU), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) आदि।
- अब NATGRID तक पहुँच पुलिस अधीक्षक (SP) स्तर के अधिकारियों को भी उपलब्ध है।
गांडीव: NATGRID की विश्लेषणात्मक रीढ़
- ‘गांडीव’ NATGRID प्लेटफ़ॉर्म पर तैनात एक उन्नत विश्लेषणात्मक उपकरण है।
- यह बहु-स्रोत डेटा संग्रह, चेहरे की पहचान और इकाई समाधान का समर्थन करता है।
- यदि किसी संदिग्ध की छवि उपलब्ध है, तो गांडीव उसे दूरसंचार KYC डेटाबेस, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण रिकॉर्ड और अन्य फोटो पहचान दस्तावेजों से मिलान कर सकता है।
NATGRID को NPR से जोड़ने का महत्व
- यह एकीकरण एजेंसियों को संदिग्धों या रुचि के व्यक्तियों की सत्यापित परिवार-आधारित जनसांख्यिकीय जानकारी तक पहुँचने की अनुमति देता है।
- गांडीव के माध्यम से NPR डेटा तक पहुँच संदिग्ध से जुड़े सभी परिवार सदस्यों का विवरण प्राप्त करने की सुविधा देता है।
- पारिवारिक लिंक नेटवर्क विश्लेषण को सक्षम बनाता है, जिससे जांचकर्ताओं को सहयोगियों, सुरक्षित ठिकानों और आवाजाही पैटर्न की पहचान करने में सहायता मिलती है।
| राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) NPR भारत के सामान्य निवासियों का एक व्यापक डेटाबेस है, जिसे परिवार-वार आधार पर बनाए रखा जाता है।इसे सर्वप्रथम 2010 में एकत्र किया गया और 2015 में घर-घर जाकर अद्यतन किया गया, जिसमें 119 करोड़ निवासियों का डेटाबेस है।नागरिकता अधिनियम के अनुसार, NPR राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) बनाने का प्रथम कदम है। |
Source: TH
रेबीज
पाठ्यक्रम: GS2/स्वास्थ्य
संदर्भ
- भारत विश्व में होने वाली 59,000 वार्षिक रेबीज़ मृत्युओं का लगभग एक-तिहाई हिस्सा है, यानी लगभग 20,000 मामले, जो किसी भी देश में सबसे अधिक हैं।
परिचय
- रेबीज़ एशिया और अफ्रीका सहित 150 से अधिक देशों और क्षेत्रों में एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है।
- यह एक विषाणुजनित, ज़ूनोटिक, उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
- इसका कारण रेबीज़ वायरस है (वंश लिसावायरस, परिवार रैबडोविरिडे)।
- संक्रमण: मानव रेबीज़ मामलों में लगभग 99% मामलों में वायरस का प्रसार कुत्तों द्वारा होता है।
- रेबीज़ मनुष्यों और जानवरों में लार के माध्यम से फैलता है, सामान्यतः काटने, खरोंच या श्लेष्मा (जैसे आँखें, मुँह या खुले घाव) के सीधे संपर्क से।
- घातकता: एक बार नैदानिक लक्षण प्रकट होने पर, रेबीज़ लगभग 100% घातक होता है।
- लक्षण शुरू होने के बाद इसका कोई इलाज नहीं है।
- भारत में, कुत्ता-जनित रेबीज़ उन्मूलन हेतु राष्ट्रीय कार्य योजना (NAPRE) का लक्ष्य 2030 तक मानव मृत्युओं को शून्य करना है।
स्रोत: TH
भारत के घरेलू विमानन बाज़ार में नए प्रवेशकर्ता
पाठ्यक्रम: GS3/ अवसंरचना
संदर्भ
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दो नई एयरलाइनों — अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस — को अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) प्रदान किया है, जिससे इनके आगामी वर्ष लॉन्च का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
- 2026 में, इन दो वाहकों के अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश-आधारित शंख एयर, जिसे पहले ही NOC मिल चुका है, संचालन शुरू करने की संभावना है।
भारत का विमानन उद्योग परिदृश्य
- भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाज़ार बनकर उभरा है।
- वर्तमान में भारत में नौ निर्धारित घरेलू एयरलाइंस संचालन में हैं।
- इंडिगो और एयर इंडिया समूह (एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस) मिलकर घरेलू बाज़ार का 90% से अधिक हिस्सा रखते हैं।
- अकेले इंडिगो के पास 65% से अधिक बाज़ार हिस्सेदारी है, जिससे एक डी फैक्टो डुओपॉली को लेकर चिंताएँ बढ़ रही हैं।
- अन्य निर्धारित वाहकों में आकासा एयर, स्पाइसजेट, स्टार एयर, फ्लाई91, और इंडियावन एयर शामिल हैं।
- प्रणालीगत चिंताएँ: हाल ही में लगभग 4,500 उड़ानें रद्द होने पर इंडिगो के प्रभुत्व को उजागर किया गया।
- इससे प्रणालीगत जोखिमों और सीमित लचीलापन को लेकर चिंताओं में वृद्धि हुईं, जो भारत के घरेलू विमानन बाज़ार में एकल वाहक पर भारी निर्भरता से उत्पन्न होती हैं।


स्रोत: TH
‘समुद्र प्रताप’
पाठ्यक्रम: GS3/ रक्षा; पर्यावरण
समाचारों में
- भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) की 02 PCV परियोजना के अंतर्गत प्रथम अंतर्निर्मित प्रदूषण नियंत्रण पोत (PCV) समुद्र प्रताप (यार्ड 1267) को शामिल किया।
‘समुद्र प्रताप’
- यह भारतीय तटरक्षक बल का प्रथम स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित प्रदूषण नियंत्रण पोत है।
- यह ICG बेड़े का सबसे बड़ा जहाज़ है, जो तटरक्षक बल की परिचालन पहुँच और क्षमता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाता है।
- इसमें अत्याधुनिक तकनीक लगी है, जिसमें 30 मिमी CRN-91 गन, दो 12.7 मिमी स्थिर रिमोट-नियंत्रित गन एकीकृत फायर कंट्रोल सिस्टम के साथ, स्वदेशी रूप से विकसित इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफ़ॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम, ऑटोमेटेड पावर मैनेजमेंट सिस्टम और उच्च क्षमता वाली बाहरी अग्निशमन प्रणाली शामिल हैं।
- 60% से अधिक स्वदेशी सामग्री के साथ, इस जहाज़ का समावेश सरकार की आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहलों की दृष्टि को सुदृढ़ करता है।
Source: PIB
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संक्षिप्त समाचार 26-12-2025