पाठ्यक्रम: GS2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध; GS3/अर्थव्यवस्था
संदर्भ
- भारत और न्यूज़ीलैंड ने एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) संपन्न किया है।
परिचय
- भारत ने विगत पाँच वर्षों में छह मुक्त व्यापार समझौते किए हैं, जिनमें नवीनतम ओमान के साथ है।
- भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA), 2025
- भारत-यूके व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (CETA), 2025
- भारत-ईएफटीए व्यापार एवं आर्थिक साझेदारी समझौता (TEPA) स्विट्ज़रलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन के साथ, 2024
- भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA), 2022
- भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ECTA), 2022
- भारत–मॉरीशस व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी (CECPA), 2021
मुक्त व्यापार समझौता (FTA) क्या है?
- मुक्त व्यापार समझौता (FTA) दो या अधिक देशों के बीच एक संधि है, जिसमें वे सहमत होते हैं:
- वस्तुओं पर सीमा शुल्क को कम या समाप्त करना
- सेवाओं में व्यापार को उदार बनाना
- निवेश संरक्षण प्रदान करना
- बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना
FTA की प्रमुख विशेषताएँ
- शून्य-शुल्क बाजार पहुँच: भारत-न्यूज़ीलैंड FTA भारतीय निर्यात पर 100% शुल्क समाप्त करता है।
- भारत ने 70.03% टैरिफ लाइनों में बाजार पहुँच दी है, जबकि 29.97% टैरिफ लाइनों को अपवर्जन में रखा है।
- FDI प्रतिबद्धता: न्यूज़ीलैंड अगले 15 वर्षों में भारत में 20 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा।
- जैविक प्राथमिक उत्पाद: दोनों पक्षों के बीच जैविक प्रमाणन की पारस्परिक मान्यता पर सहमति।
- MSME सहयोग: छोटे व्यवसायों को व्यापार-संबंधी जानकारी और वैश्विक बाजारों तक पहुँच में सहायता के लिए संस्थागत संबंध।
- तकनीकी सहयोग: आयुष, ऑडियो-विजुअल उद्योग, पर्यटन, खेल और पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों में सहयोग।
- यह FTA भारत की आयुष प्रणाली को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देता है, मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को प्रोत्साहित करता है और भारत को वैश्विक वेलनेस हब के रूप में स्थापित करता है।
- न्यूज़ीलैंड का सर्वश्रेष्ठ प्रस्ताव: 118 सेवा क्षेत्रों में प्रतिबद्धता, 139 क्षेत्रों में सर्वाधिक अनुकूल राष्ट्र (MFN) का दर्जा।
- छात्र गतिशीलता: न्यूज़ीलैंड ने प्रथम बार किसी देश के साथ छात्र गतिशीलता और पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा पर परिशिष्ट पर हस्ताक्षर किए।
- भारतीय छात्र पढ़ाई के दौरान प्रति सप्ताह 20 घंटे तक कार्य कर सकते हैं।
- विस्तारित पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा: STEM स्नातक: 3 वर्ष; मास्टर: 3 वर्ष तक; डॉक्टरेट: 4 वर्ष तक।
- व्यावसायिक मार्ग: भारत के हित वाले क्षेत्रों में 5,000 कुशल भारतीयों के लिए 3 वर्ष तक रहने का कोटा।
- वर्किंग हॉलीडे वीज़ा: 1,000 युवा भारतीय प्रति वर्ष 12 महीने की अवधि के लिए बहु-प्रवेश वीज़ा प्राप्त कर सकते हैं।
- कुछ उत्पादों को भारत के डेयरी और कृषि क्षेत्र से अपवर्जन में रखा गया है, जो श्रम-प्रधान क्षेत्रों के लिए बड़ी उपलब्धि है।
- डेयरी, पशु उत्पाद, वनस्पति उत्पाद, चीनी, कृत्रिम शहद, पशु/वनस्पति/सूक्ष्मजीव वसा और तेल, हथियार और गोला-बारूद, रत्न और आभूषण, तांबा एवं उसके उत्पाद, एल्यूमीनियम तथा उसके उत्पाद।
भारत के लिए FTA का महत्व
- भारत-न्यूज़ीलैंड FTA विभिन्न क्षेत्रों में शुल्क-मुक्त या वरीयता प्राप्त पहुँच सुनिश्चित करता है।
- इन लाभों से भारत के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार सृजित होंगे और ओशिनिया क्षेत्र में भारतीय उद्योगों की प्रतिस्पर्धात्मकता मजबूत होगी।
- आयुष और भारतीय पारंपरिक ज्ञान में समर्पित सहयोग पर सहमति।
- न्यूज़ीलैंड की स्वदेशी माओरी समुदायों के साथ जुड़ाव से सांस्कृतिक आदान-प्रदान और पारस्परिक सम्मान को बढ़ावा मिलेगा। यह भारत की सॉफ्ट पावर और विरासत की वैश्विक पहचान को सुदृढ़ करता है।
- बागवानी क्षेत्र में लाभ: न्यूज़ीलैंड ने भारत में कीवी, सेब और शहद उत्पादकों की उत्पादकता, गुणवत्ता एवं क्षमताओं को सुधारने के लिए केंद्रित कार्य योजनाओं पर सहमति दी है।
- प्रीमियम सेब उत्पादकों और सतत मधुमक्खी पालन प्रथाओं के लिए परियोजनाएँ उत्पादन और गुणवत्ता मानकों को बढ़ाएँगी।
- इस पहुँच को टैरिफ रेट कोटा (TRQ) प्रणाली के माध्यम से न्यूनतम आयात मूल्य और मौसमी आयात के साथ प्रबंधित किया जाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को विकल्प मिलेगा और घरेलू किसानों की सुरक्षा होगी।
Source: TH
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