- विगत दो दशकों में भारत के विदेशी व्यापार की संरचना में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है, जहाँ अब "अदृश्य" तत्व—सेवाओं का निर्यात और प्रवासी भारतीयों द्वारा भेजी गई धनराशि—भौतिक वस्तुओं की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
- भारत का सेवा क्षेत्र व्यापार, होटल और रेस्तरां, परिवहन, भंडारण एवं संचार, वित्त, बीमा, रियल एस्टेट, व्यावसायिक सेवाएँ, सामुदायिक, सामाजिक और व्यक्तिगत सेवाएँ, तथा निर्माण से जुड़ी सेवाओं जैसी विविध गतिविधियों को शामिल करता है।
- आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रस्तुत किया, सेवा क्षेत्र को भारत की अर्थव्यवस्था का ‘पुराना योद्धा’ (Old War Horse) बताते हुए घरेलू और वैश्विक दोनों स्तरों पर विकास का प्रमुख चालक बताया है। Read More
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- भारत एक संरचनात्मक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जिसे घटती शुद्ध वित्तीय बचत, बढ़ते घरेलू ऋण और परिसंपत्तियों की बदलती संरचना से पहचाना जा रहा है।
- घरेलू बचत वह अंतर होती है जो किसी परिवार की शुद्ध व्यय योग्य आय और उसके कुल उपभोग व्यय (जिसमें कर और ऋण भुगतान शामिल हैं) के बीच होता है।
- यह दर्शाता है कि कोई परिवार वर्तमान उपभोग को टालकर भविष्य की सुरक्षा, निवेश या आपात स्थितियों के लिए कितनी बचत कर सकता है। Read More
भारत में घरेलू बचत में गिरावट पर चिंता
संदर्भ
घरेलू बचत क्या है?
- केंद्रीय सहकारिता मंत्री ने गुजरात के आनंद में भारत के प्रथम राष्ट्रीय स्तर के सहकारी विश्वविद्यालय ‘त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय’ (TSU) की आधारशिला रखी।
- एक सहकारी संस्था (या को-ऑप) एक ऐसा संगठन या व्यवसाय होता है जो समान रुचि, लक्ष्य या आवश्यकता साझा करने वाले व्यक्तियों के समूह द्वारा स्वामित्व और संचालन किया जाता है।
- इन व्यक्तियों को सदस्य कहा जाता है, और वे सामान्यतः "एक सदस्य, एक वोट" के सिद्धांत पर संस्था की गतिविधियों और निर्णय-निर्माण में भाग लेते हैं, भले ही उन्होंने कितना भी पूंजी या संसाधन योगदान दिया हो। Read More
सहकारिता: भारत की आर्थिक रीढ़
संदर्भ
सहकारी समितियाँ क्या हैं?
- विश्व बैंक के अनुसार, भारत का गिनी सूचकांक 25.5 है, जिससे यह विश्व का चौथा सबसे समान देश बन गया है।
- भारत को स्लोवाक गणराज्य, स्लोवेनिया और बेलारूस के बाद स्थान मिला है।
- भारत का स्कोर चीन (35.7) से काफी कम है और अमेरिका (41.8) से बहुत ही कम है। Read More
विश्व के सर्वाधिक समान समाजों में भारत चौथे स्थान पर
संदर्भ
प्रमुख विशेषताएँ
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BRICS शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित किया, जिसका विषय था: ‘बहुपक्षवाद, आर्थिक-वित्तीय मामलों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को सुदृढ़ बनाना’।
- शिखर सम्मेलन में अपनाए गए BRICS नेताओं के घोषणापत्र में भारत की प्रमुख चिंताओं को दर्शाया गया, विशेष रूप से सीमा-पार आतंकवाद और वैश्विक शासन सुधारों पर।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व की अधिकांश जनसंख्या को प्रमुख वैश्विक संस्थाओं में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। Read More
ब्राज़ील में 17वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
संदर्भ
BRICS शिखर सम्मेलन की प्रमुख झलकियाँ
- हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश ने मातृभाषा में शिक्षा के स्थायी महत्व को रेखांकित किया, इसे व्यक्तिगत विकास और नैतिक आधार का एक मूल स्तंभ बताया।
- भाषा एक व्यापक शब्द है, जिसमें विभिन्न मातृभाषाएँ शामिल होती हैं।
- भारत भाषाई रूप से विविध देश है और विश्व के सबसे समृद्ध देशों में से एक है — जहाँ 1,300 से अधिक मानकीकृत मातृभाषाएँ और 122 प्रमुख भाषाएँ हैं, जिन्हें प्रत्येक 10,000 से अधिक लोग बोलते हैं। Read More
मातृभाषा में पढ़ाई से सुदृढ़ मूल्यों का विकास होता है: CJI
संदर्भ
परिचय
- ग्रेट निकोबार इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट (GNIP) के लिए किए गए पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन (EIA) अध्ययन में भविष्य में भूकंप और 2004 जैसी सुनामी की आशंका को कम करके आंका गया है।
- GNIP के अंतर्गत ग्रेट निकोबार द्वीप (GNI) में एक ट्रांस-शिपमेंट पोर्ट, एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, टाउनशिप विकास, और 450 मेगावोल्ट-एंपियर (MVA) की गैस और सौर ऊर्जा आधारित पावर प्लांट की योजना है।
- इस परियोजना को केंद्र सरकार द्वारा पर्यावरण और प्रारंभिक वन स्वीकृति प्रदान की गई है। Read More
GNIP के लिए भूकंप का आकलन
संदर्भ
परिचय
Headlines of the Day 07-7-2025
No change in orders for voter list revision: EC
भारतीय कृषि एवं आनुवंशिक नवाचार
जैसे-जैसे व्यापार वार्ता की समयसीमा पास आ रही है, अमेरिका भारत पर अपने कृषि बाज़ार को आनुवंशिक रूप से परिवर्तित (GM) फसलों के लिए खोलने का दबाव बढ़ा रहा है।
- Union Home Minister and Minister of Cooperation unveiled the statue of Shrimant Bajirao Peshwa I in Pune, Maharashtra.
- Peshwa Bajirao, also known as Bajirao I, was the 7th Peshwa of the Maratha Empire. He was the son of Balaji Vishwanath, the first Peshwa.
- He served under Chhatrapati Shahu I and is renowned for his military campaigns and expansion of the Maratha kingdom. Read More
News In Short-05-07-2025
Context
About
Editorial Analysis
- Aravalli Ecosystem: Supreme Court’s Impact on Definition
- India’s Clean Energy Transition’s Biggest Potential Lies in Agriculture
- India Needs a National Insolvency Tribunal
- Unlocking the Potential of India–Africa Strategic Ties
- Debate on the Viksit Bharat–Guarantee for Rozgar and Ajeevika Mission (Gramin) Bill, 2025