पाठ्यक्रम: GS3/पर्यावरण
संदर्भ
- भारत ने अपने प्रमुख वाहन उत्सर्जन नियमों — कॉर्पोरेट औसत ईंधन दक्षता (CAFE) मानदंड — में व्यापक परिवर्तन का प्रस्ताव रखा है।
भारत के वर्तमान CAFE मानदंड
- ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ने 2017 में CAFE मानदंडों की शुरुआत की थी ताकि यात्री वाहनों की ईंधन खपत और कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित किया जा सके।
- ये मानदंड पेट्रोल, डीजल, तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (LPG), संपीड़ित प्राकृतिक गैस (CNG), हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर लागू होते हैं जिनका वजन 3,500 किलोग्राम से कम है।
- वित्त वर्ष 2022-23 की शुरुआत में इन मानदंडों को सख्त किया गया, और अनुपालन न करने पर जुर्माने की राशि बढ़ाई गई।
- इनका उद्देश्य तेल पर निर्भरता कम करना और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना है।
प्रस्तावित प्रमुख प्रावधान
- CAFE 3 मानदंडों के उद्देश्य:
- ईंधन की खपत और CO₂ उत्सर्जन को कम करना।
- इलेक्ट्रिक वाहन, हाइब्रिड और CNG वाहनों को बढ़ावा देना।
- छोटे कारों को संरक्षण देना और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के अनुरूप बनाना।
- लागू होने की सीमा:
- M1 श्रेणी के वाहनों पर लागू होंगे, यानी अधिकतम 9 सीटों (चालक सहित) और अधिकतम वजन 3,500 किलोग्राम वाले यात्री वाहन।
- सभी निर्माता कंपनियों को ईंधन दक्षता और CO₂ उत्सर्जन लक्ष्यों का पालन करना होगा, अन्यथा उन्हें जुर्माना देना होगा।
- दक्षता लक्ष्य:
- प्रत्येक कार निर्माता कंपनी को उसकी कारों के औसत वजन के आधार पर ईंधन दक्षता लक्ष्य दिया जाएगा।
- भारी कारों के लिए लक्ष्य थोड़ा नरम होगा, जबकि हल्की कारों के लिए अधिक सख्त।
- ये लक्ष्य वित्त वर्ष 2028 से 2032 तक प्रत्येक वर्ष धीरे-धीरे सख्त होते जाएंगे।
- उद्देश्य: समय के साथ हल्की और अधिक ईंधन दक्ष कारों के निर्माण को प्रोत्साहित करना।
- छोटी कारें:
- इन मानदंडों में छोटी कारों को अतिरिक्त छूट दी गई है — CO₂ उत्सर्जन सीमा में 9 ग्राम/किमी तक की राहत।
- छोटी कारों में ईंधन दक्षता सुधार की सीमित गुंजाइश होती है, और हाल के वर्षों में इनकी बिक्री में तेज गिरावट आई है।
- उद्देश्य: छोटे कार खंड को पुनर्जीवित करना और निर्माताओं के लिए उत्सर्जन नियमों का पालन करना आसान बनाना।
- इलेक्ट्रिक वाहन:
- CAFE 3 मानदंड कंपनियों को “सुपर क्रेडिट” देने का प्रस्ताव रखते हैं, जो उनके द्वारा बेचे गए वाहन के प्रकार पर आधारित होगा।
- प्रत्येक EV को कंपनी के औसत की गणना में तीन गुना गिना जाएगा।
- ईंधन प्रकार पर छूट:
- मसौदे में कार्बन न्यूट्रलिटी फैक्टर (CNF) भी शामिल है, जो वाहन में प्रयुक्त ईंधन के प्रकार के आधार पर लक्ष्य में अतिरिक्त छूट प्रदान करता है।
- उत्सर्जन पूलिंग:
- अधिकतम 3 निर्माता कंपनियाँ एक पूल बना सकती हैं ताकि संयुक्त रूप से लक्ष्य पूरे किए जा सकें।
- पूल को एक निर्माता माना जाएगा; पूल प्रबंधक जुर्माने के लिए उत्तरदायी होंगे।
- लाभ: रणनीतिक साझेदारी से अनुपालन लागत घटती है और पूरे बेड़े के उत्सर्जन का संतुलन बनता है।
निष्कर्ष
- CAFE 3 मानदंडों का उद्देश्य ईंधन उपयोग और CO₂ उत्सर्जन को कम करना, हल्की और अधिक दक्ष कारों को बढ़ावा देना, छोटी कारों एवं EVs को समर्थन देना, तथा निर्माताओं के बीच सहयोग को आसान बनाना है ताकि वे लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर सकें।
Source: IE
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