पाठ्यक्रम: GS1/इतिहास
समाचारों में
- प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मंगल पांडे
- उनका जन्म 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा गांव में हुआ था।
- मंगल पांडे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री के सिपाही के रूप में अपनी भूमिका और 1857 की भारतीय बगावत को भड़काने के लिए प्रसिद्ध हैं, जिसे भारत की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के रूप में जाना जाता है।
मुख्य घटनाएं
- उन्होंने एनफील्ड राइफल के उपयोग से मना कर दिया क्योंकि यह माना जाता था कि ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा सिपाहियों को दी गई नई एनफील्ड पैटर्न 1853 राइफल-मस्कट की कारतूसों में गाय एवं सुअर की चर्बी लगी होती थी, जिसे हिंदू और मुस्लिम सिपाही धार्मिक कारणों से अस्वीकार करते थे।
- 29 मार्च 1857 को उन्होंने विद्रोह किया और अपने वरिष्ठ सार्जेंट मेजर पर गोली चलाई।
- उन्हें नियंत्रण में किया गया और कोर्ट मार्शल के आदेश पर 8 अप्रैल 1857 को बैरकपुर के लाल बागान में फांसी दी गई।
- 9 मई 1857 को मेरठ में 85 सिपाहियों ने इन नए कारतूसों को प्रयोग करने से मना किया।
- उन्हें सेवा से हटाकर आज्ञा उल्लंघन के लिए 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
योगदान
- उन्होंने 1857 के विद्रोह की चिंगारी भड़काने में अहम भूमिका निभाई, जिसने अंततः ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के अंत और 1858 के भारत शासन अधिनियम के अंतर्गत ब्रिटिश क्राउन के प्रत्यक्ष शासन की शुरुआत की।
- इस अधिनियम ने भारत में गवर्नर जनरल की जगह एक वायसराय को नियुक्त किया।
- इस नई प्रणाली के तहत लॉर्ड कैनिंग पहले वायसराय बने।
विरासत
- उन्हें 1857 में ब्रिटिशों द्वारा फांसी दी गई और वे साहस और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बन गए।
- वे देश के अग्रणी योद्धा थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन को चुनौती दी।
- उनकी वीरता और साहस की कहानी देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
Source: AIR
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