पाठ्यक्रम: GS2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध
संदर्भ
- भारत और कनाडा के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और सुरक्षा टीमों ने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए वार्ता की।
परिचय
- यह उच्च स्तरीय संवाद लगभग दो वर्षों बाद हुआ है, जब कनाडा द्वारा खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या को लेकर लगाए गए आरोपों के कारण दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव आ गया था।
- यह दोनों देशों की सुरक्षा संस्थाओं के बीच प्रथम बड़ा संपर्क है, जब दोनों पक्षों ने नए उच्चायुक्त नियुक्त किए हैं।
- बातचीत का केंद्र सूचना साझा करना, आतंकवाद विरोधी सहयोग और भारत द्वारा वांछित कई खालिस्तानी कार्यकर्ताओं के प्रत्यर्पण की मांग रहा।
भारत-कनाडा संबंधों का संक्षिप्त विवरण
- ऐतिहासिक संबंध: भारत और कनाडा ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित किए थे।
- साझा लोकतांत्रिक मूल्य और राष्ट्रमंडल की सदस्यता ने संबंधों को सुदृढ़ता प्रदान की है।
- भारत के परमाणु परीक्षणों (1974 और 1998) के पश्चात कनाडा के अप्रसार दृष्टिकोण के कारण संबंधों में ऐतिहासिक रूप से तनाव रहा।
- आर्थिक सहयोग: 2024 में वस्तुओं का कुल द्विपक्षीय व्यापार USD 8.55 बिलियन रहा (भारत का निर्यात: USD 5.22 बिलियन और आयात: USD 3.33 बिलियन)।
- व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) और विदेशी निवेश संवर्धन एवं संरक्षण समझौते (FIPA) पर वार्ता जारी है।
- नागरिक परमाणु सहयोग: परमाणु सहयोग समझौता (NCA) 2010 में हस्ताक्षरित हुआ, जो 2013 से लागू है।
- एक संयुक्त समिति “परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग में सहयोग” पर 2010 के समझौते के कार्यान्वयन की निगरानी करती है।
- अंतरिक्ष सहयोग: ISRO और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (CSA) के बीच 1996 और 2003 में समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए।
- सहयोग में उपग्रह ट्रैकिंग, अंतरिक्ष खगोलशास्त्र और वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण शामिल हैं।
- ISRO की वाणिज्यिक शाखा ANTRIX ने कई कनाडाई नैनोसेटेलाइट्स लॉन्च किए हैं।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी: पृथ्वी विज्ञान विभाग और पोलर कनाडा ने शीत जलवायु (आर्कटिक) अध्ययन पर ज्ञान एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के आदान-प्रदान के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया है।
- राष्ट्रीय ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान केंद्र (NCPOR) और पोलर कनाडा के बीच 2020 में सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
- जनसंपर्क: कनाडा में लगभग 1.8 मिलियन इंडो-कनाडाई और एक मिलियन प्रवासी भारतीय रहते हैं, जो उसकी कुल जनसंख्या का 3% से अधिक हैं।
- भारत कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत है, जिसमें भारतीय छात्र लगभग 40% भाग रखते हैं।
- सुदृढ़ सांस्कृतिक आदान-प्रदान और जीवंत प्रवासी समुदाय द्विपक्षीय धारणा को प्रभावित करते हैं।
- बहुपक्षीय सहयोग: दोनों देश G20, राष्ट्रमंडल, संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसे मंचों पर सहयोग करते हैं।
विभिन्नता के क्षेत्र
- खालिस्तानी उग्रवाद: भारत ने बार-बार खालिस्तान समर्थक गतिविधियों, जैसे कि घृणा भाषण, हिंसा और भारतीय राजनयिक मिशनों पर हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की है।
- राजनीतिक मतभेद: कनाडाई नेताओं ने कभी-कभी अलगाववादी समूहों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने वाले बयान दिए हैं, जिससे बार-बार राजनयिक तनाव उत्पन्न होता है।
- व्यापार और निवेश में अनिश्चितता: प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौते (EPTA) पर बातचीत 2023 में राजनीतिक तनाव के कारण स्थगित हो गई। सुदृढ़ व्यापारिक रुचि के बावजूद, राजनीतिक मुद्दे आर्थिक जुड़ाव को धीमा करते हैं।
- भिन्न भू-राजनीतिक दृष्टिकोण: भारत इंडो-पैसिफिक सहयोग को सुदृढ़ करना चाहता है, लेकिन कनाडा का दृष्टिकोण प्रायः असंगत और घरेलू राजनीति से प्रभावित माना जाता है।
निष्कर्ष
- भारत–कनाडा संबंध सुदृढ़ नींव और व्यापार, शिक्षा तथा स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण संभावनाओं से युक्त हैं। हालांकि, द्विपक्षीय संबंध अभी भी संवेदनशील हैं, जहां राजनीतिक एवं सुरक्षा संबंधी चिंताएं प्रमुख बाधाएं बनी हुई हैं।
- भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि दोनों देश इन मतभेदों को कैसे संभालते हैं और साझा हितों का लाभ कैसे उठाते हैं।
Source: TH
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