पाठ्यक्रम: GS3/ अर्थव्यवस्था
संदर्भ
- केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन किया।
- पल्ले गंगा रेड्डी को इसका प्रथम अध्यक्ष घोषित किया गया है।
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड

- परिचय: यह हल्दी की खेती, अनुसंधान और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए स्थापित एक समर्पित निकाय है, जो हल्दी क्षेत्र में समग्र विकास सुनिश्चित करता है।
- मुख्यालय: निजामाबाद, तेलंगाना।
- मंत्रालय: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- उद्देश्य: हल्दी उत्पादन को बढ़ाना।
- किसानों को सहायता प्रदान करना तथा उनकी आजीविका में सुधार लाना।
- हल्दी तथा मूल्यवर्धित उत्पादों के वैश्विक निर्यात को बढ़ावा देना।
- कार्य: बोर्ड हल्दी के आवश्यक और चिकित्सीय गुणों के बारे में जागरूक करने, इसकी उपज बढ़ाने के तरीकों और नए बाजारों में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रसद एवं आपूर्ति शृंखला को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देगा।
हल्दी के संबंध में – हल्दी (करकुमा लोंगा) अदरक परिवार, जिंजिबेरेसी से संबंधित एक फूल वाला पौधा है। 1. यह भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का मूल निवासी एक बारहमासी, प्रकंद, शाकाहारी पौधा है। – हल्दी को ‘गोल्डन स्पाइस’ के नाम से भी जाना जाता है। – भौगोलिक स्थिति: हल्दी 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के मध्य के तापमान और उच्च वार्षिक वर्षा में वृद्धि करती है। – हल्दी के किसान महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और मेघालय सहित 20 राज्यों में फैले हुए हैं। |
भारत में हल्दी उत्पादन
- भारत विश्व में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है।
- भारत विभिन्न क्षेत्रों में हल्दी की 30 किस्मों की खेती करता है और वैश्विक हल्दी उत्पादन का 70% से अधिक हिस्सा भारत में है।
- भारत में खेती का क्षेत्रफल 3.05 लाख हेक्टेयर है और 2023-24 के दौरान उत्पादन 10.74 लाख टन होने की संभावना है।
- भारत की विश्व व्यापार में 62% से अधिक हिस्सेदारी है। 2023-24 के दौरान 226.5 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया।
Sources:PIB