पाठ्यक्रम: GS2/शासन
संदर्भ
- भारत, जो वैश्विक खेल मंच पर अपार प्रतिभा और बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है, अब राष्ट्रीय खेल नीति 2025 के माध्यम से एक रणनीतिक परिवर्तन की दिशा में अग्रसर है।
परिचय
- यह नई नीति वर्तमान राष्ट्रीय खेल नीति, 2001 को प्रतिस्थापित करती है।
- यह भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने और 2036 ओलंपिक खेलों को शामिल करने के लिए एक दूरदर्शी और रणनीतिक रोडमैप प्रस्तुत करती है।
नीति के पांच प्रमुख स्तंभों पर आधारित ढांचा वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता:
- बुनियादी स्तर से लेकर उच्च स्तर तक खेल कार्यक्रमों को सुदृढ़ करना।
- प्रशिक्षण, कोचिंग और समग्र एथलीट सहयोग के लिए विश्व-स्तरीय प्रणाली बनाना।
- आर्थिक विकास के लिए खेल:खेल पर्यटन को बढ़ावा देना और भारत में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आयोजनों को आकर्षित करना।
- निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करना।
- सामाजिक विकास के लिए खेल: महिलाओं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, जनजातीय समुदायों और दिव्यांगजनों के बीच भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए केंद्रित कार्यक्रम चलाना।
- जन आंदोलन के रूप में खेल: देशव्यापी अभियानों और सामुदायिक आधारित कार्यक्रमों के माध्यम से व्यापक भागीदारी और फिटनेस की संस्कृति को प्रेरित करना।
- शिक्षा के साथ एकीकरण (NEP 2020): राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप, राष्ट्रीय खेल नीति 2025 स्कूल पाठ्यक्रमों में खेलों के एकीकरण का प्रस्ताव करती है।
रणनीतिक ढांचा
- शासन: खेल शासन के लिए एक सुदृढ़ विनियामक ढांचा स्थापित करना, जिसमें कानूनी प्रावधान सम्मिलित हैं।
- निजी क्षेत्र का वित्त पोषण और सहयोग: नवीन वित्तीय तंत्र तैयार करना और PPPs व CSR के माध्यम से निजी क्षेत्र की भागीदारी को सुनिश्चित करना।
- प्रौद्योगिकी और नवाचार: प्रदर्शन ट्रैकिंग, अनुसंधान और कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए एआई और डेटा विश्लेषण जैसी उभरती तकनीकों का उपयोग करना।
- राष्ट्रीय निगरानी ढांचा: अच्छी तरह से परिभाषित मापदंडों, प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (KPIs) और समयबद्ध लक्ष्यों के साथ एक राष्ट्रीय ढांचा तैयार करना।
- राज्यों के लिए मॉडल नीति: राष्ट्रीय खेल नीति 2025 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए एक मॉडल नीति के रूप में कार्य करेगी, जिससे वे अपनी नीतियों को राष्ट्रीय उद्देश्यों के अनुरूप संशोधित या तैयार कर सकें।
- संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण: नीति सभी मंत्रालयों एवं विभागों की गतिविधियों, योजनाओं और कार्यक्रमों में खेलों को एकीकृत करने का आह्वान करती है, जिससे समग्र प्रभाव प्राप्त हो सके।
नीति की आवश्यकता
- पेरिस ओलंपिक में भारत ने कुल छह पदक — एक रजत और पाँच कांस्य — प्राप्त कर 71वें स्थान पर रहा।
- भारत का स्थान जॉर्जिया, कजाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसे छोटे जनसंख्या वाले देशों से भी नीचे रहा।
- अमेरिका, जिसकी जनसंख्या भारत की एक चौथाई है, ने 126 पदक लेकर शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जबकि चीन ने 91 पदक जीते।
- 1900 में शुरू से अब तक भारत ने कुल मिलाकर केवल 41 ओलंपिक पदक जीते हैं और वह भी केवल ग्रीष्मकालीन खेलों में।
- इस प्रदर्शन ने देश में खेल संस्कृति की आवश्यकता को लेकर कई प्रश्न किए।
नीति का महत्व
- यह नीति संरचित मार्गों के माध्यम से कम उम्र से ही प्रतिभा की पहचान और पोषण पर केंद्रित है।
- अधोसंरचना विकास में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) का समर्थन करती है।
- खेलों की आर्थिक क्षमता को पहचानती है — जैसे रोजगार सृजन, पर्यटन और निर्माण।
- एथलीट विकास के लिए खेल विज्ञान, चिकित्सा, मनोविज्ञान और पोषण को एकीकृत करती है।
- फिट इंडिया मूवमेंट, खेलो इंडिया और विकसित भारत @2047 लक्ष्यों के साथ संरेखित है।
Source: IE
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