पाठ्यक्रम: GS1/आधुनिक इतिहास
संदर्भ
- काकोरी ट्रेन कार्रवाई 9 अगस्त 1925 को हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) के सदस्यों द्वारा उत्तर प्रदेश के वर्तमान काकोरी गाँव के पास की गई थी।
काकोरी कांड के बारे में
- पृष्ठभूमि: HRA की स्थापना 1924 में राम प्रसाद बिस्मिल, सचिंद्रनाथ सान्याल और अन्य क्रांतिकारियों द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य सशस्त्र क्रांति के माध्यम से ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन को समाप्त करना था।
- क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए धन की आवश्यकता थी, इसलिए उन्होंने ट्रेन से ले जाए जा रहे सरकारी धन को निशाना बनाने का निर्णय लिया।
- क्रांतिकारियों में राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान, ठाकुर रोशन सिंह, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी और सचिन्द्रनाथ सान्याल शामिल हैं।
- 1927 में ब्रिटिश सरकार ने राम प्रसाद ‘बिस्मिल’, अशफाकुल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह को इस घटना में शामिल होने के कारण फाँसी दे दी।
काकोरी घटना का महत्व
- क्रांतिकारी बलिदान का प्रतीक: इन फाँसियों ने युवा भारतीयों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया।
- धर्म से परे एकता: बिस्मिल और अशफाकुल्ला की मित्रता स्वतंत्रता संग्राम में हिंदू–मुस्लिम एकता का प्रतीक बन गई।
- रणनीतिक बदलाव: काकोरी के बाद, क्रांतिकारी सशस्त्र डकैतियों से हटकर अधिक लक्षित राजनीतिक कार्रवाइयों की ओर बढ़ गए (जैसे, असेंबली बम विस्फोट, 1929)।
- ब्रिटिश भय और निगरानी: ब्रिटिश सरकार ने भूमिगत क्रांतिकारी नेटवर्कों से डरकर निगरानी और खुफिया गतिविधियाँ तीव्र कर दीं।
| हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (1928) के बारे में – स्थापना: फिरोज़ शाह कोटला, दिल्ली, 1928 – प्रमुख नेता:भगत सिंहसुखदेवशिव वर्माचंद्रशेखर आज़ादविजय कुमार सिन्हा – मुख्य सिद्धांत: भारत में एक समाजवादी गणराज्य की स्थापना करना; राजनीतिक स्वतंत्रता के साथ सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को जोड़ना। |
Source: AIR
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