पाठ्यक्रम: GS3/विज्ञान और प्रौद्योगिकी
संदर्भ
- वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) 2025 का 18वाँ संस्करण विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) द्वारा जारी किया गया।
- GII की स्थापना 2007 में हुई थी, यह प्रतिवर्ष प्रकाशित होता है और लगभग 140 अर्थव्यवस्थाओं के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रदर्शन मापदंड एवं रैंक प्रदान करता है।
मुख्य निष्कर्ष
- अनुसंधान एवं विकास (R&D) में गिरावट: 2024 में वृद्धि घटकर 2.9% रह गई, जो विगत वर्ष की 4.4% वृद्धि से धीमी है और 2010 की वित्तीय संकट के बाद सबसे कम वृद्धि है।
- WIPO के अनुसार 2025 में यह वृद्धि और घटकर 2.3% रहने का अनुमान है।
- शीर्ष राष्ट्र: स्विट्ज़रलैंड लगातार 15वें वर्ष विश्व का शीर्ष नवाचार नेता बना हुआ है, इसके बाद स्वीडन, संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर शीर्ष पाँच में हैं।
- चीन प्रथम बार शीर्ष 10 में शामिल हुआ है, वैश्विक स्तर पर 10वें स्थान पर और मध्य-आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में अग्रणी है।
- भारत: भारत ने 2020 में #48 से 2025 में #38 तक स्थिर प्रगति की है, और विशेष रूप से निम्न-मध्यम-आय वाली अर्थव्यवस्थाओं तथा मध्य एवं दक्षिण एशिया क्षेत्र में #1 स्थान प्राप्त किया है।
- भारत ने ज्ञान और प्रौद्योगिकी उत्पादन (#22) तथा बाज़ार परिष्कार (#38) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जबकि व्यापार परिष्कार (#64), अवसंरचना (#61) और संस्थानों (#58) में सबसे कमजोर रैंकिंग रही है।
- भारत आईसीटी सेवा निर्यात, सक्रिय वेंचर कैपिटल परिदृश्य, लेट-स्टेज वीसी और स्टार्टअप फाइनेंसिंग, यूनिकॉर्न एवं अमूर्त संपत्तियों के लिए विशिष्ट रूप से उभरता है — जो तकनीक-प्रेरित विकास को दर्शाता है।

भारत के लिए महत्व
- भारत की स्थिर प्रगति डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप्स और आईसीटी निर्यात में सुदृढ़ता को दर्शाती है।
- लेकिन अवसंरचना, संस्थानों और व्यापार परिष्कार में उपस्थित अंतर सुधार की आवश्यकता को उजागर करते हैं।
भारत में नवाचार के लिए प्रमुख पहलें
- स्टार्टअप इंडिया (2016): DPIIT द्वारा शुरू की गई; स्टार्टअप्स को पोषित करने के लिए कर छूट, फंड ऑफ फंड्स, क्रेडिट गारंटी और अनुपालन में आसानी प्रदान करता है।
- अटल इनोवेशन मिशन (AIM): नीति आयोग की पहल; अटल टिंकरिंग लैब्स (स्कूलों), इनक्यूबेशन सेंटर्स (स्टार्टअप्स) और न्यू इंडिया चैलेंजेस (राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान) के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देता है।
- राष्ट्रीय नवाचार विकास और उपयोग पहल (NIDHI): विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का कार्यक्रम; PRAYAS (विचार से प्रोटोटाइप), एंटरप्रेन्योर-इन-रेज़िडेंस (फेलोशिप्स) और इनक्यूबेशन समर्थन के माध्यम से नवाचारकर्ताओं को सहायता प्रदान करता है।
- डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (UPI, आधार, ONDC, DigiLocker): ऐसे स्केलेबल प्लेटफॉर्म बनाता है जो फिनटेक, वाणिज्य और शासन में नवाचार को सक्षम बनाते हैं।
- उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजनाएँ: इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, ईवी, फार्मा जैसे क्षेत्रों में R&D और विनिर्माण को प्रोत्साहित करती हैं।
| विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) – यह संयुक्त राष्ट्र की एक स्व-वित्तपोषित एजेंसी है, जो विश्व के नवाचारकर्ताओं और रचनाकारों की सेवा करती है, यह सुनिश्चित करती है कि उनके विचार सुरक्षित रूप से बाज़ार तक पहुँचें एवं प्रत्येक जगह जीवन को बेहतर बनाएं। – सदस्य: इस संगठन के 194 सदस्य राष्ट्र हैं, जिनमें भारत, इटली, इज़राइल, ऑस्ट्रिया, भूटान, ब्राज़ील, चीन, क्यूबा, मिस्र, पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित एवं विकासशील देश शामिल हैं। – मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड। |
Source: IE
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