पाठ्यक्रम: GS2/ शिक्षा
संदर्भ
- केवड़िया, गुजरात में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के क्रियान्वयन का मूल्यांकन करने हेतु किया।
सम्मेलन की मुख्य विशेषताएं
- पंच संकल्प: यह NEP 2020 के पांच मार्गदर्शक संकल्प हैं:
- आगामी पीढ़ी की उभरती शिक्षा
- बहुविषयक शिक्षा
- नवाचारी शिक्षा
- समग्र शिक्षा
- भारतीय शिक्षा
- शैक्षणिक त्रिवेणी संगम प्रस्तावित किया गया जिससे शैक्षणिक दर्शन की रूपरेखा बन सके।
- भूतकाल का उत्सव: भारत की सभ्यतागत समृद्धि का सम्मान।
- वर्तमान का परिशोधन: कथा-प्रवर्तन और संस्थागत सुधार।
- भविष्य की रचना: भारत को वैश्विक उच्च शिक्षा में पुनः स्थान दिलाना।
भारत में उच्च शिक्षा में प्रगति
- कुल नामांकन वृद्धि: कुल छात्र नामांकन 4.46 करोड़ तक पहुँच गया है, जो 2014–15 से 30% की वृद्धि दर्शाता है।
- महिला सशक्तिकरण: महिला नामांकन में 38% की वृद्धि हुई है, और महिलाओं का सकल नामांकन अनुपात (GER) अब पुरुषों से अधिक है।
- Ph.D. नामांकन: इसमें लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है, जबकि महिला पीएच.डी. शोधार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय रूप से 136% की बढ़ोतरी हुई है।
- अनुसूचित जनजाति और जाति का GER: ST का GER 10 प्रतिशत अंक बढ़ा है, जबकि SC के लिए यह 8 प्रतिशत अंकों से अधिक बढ़ा है।
- संस्थागत विस्तार
- विस्तारित नेटवर्क: भारत में अब 1,200 से अधिक विश्वविद्यालय और 46,000 कॉलेज हैं, जिससे यह विश्व की सबसे बड़ी उच्च शिक्षा प्रणालियों में शामिल है।
- शिक्षक संख्या में वृद्धि: 2021-22 में शिक्षकों की कुल संख्या 15.98 लाख हो गई है, जिनमें से 43.4% महिला हैं।
| नई शिक्षा नीति 2020 – बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ECCE): विशेष बल 6 वर्ष तक के बच्चों की प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा पर। – बहु-विषयक शिक्षा को बढ़ावा: विद्यालय और उच्च शिक्षा स्तर पर। – 5+3+3+4 संरचना का परिचय: (5 वर्ष आधारभूत, 3 वर्ष तैयारी, 3 वर्ष मध्य, और 4 वर्ष माध्यमिक शिक्षा)। – मूल्यांकन आधारित शिक्षा: रटंत ज्ञान के बजाय आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता और समस्या समाधान पर बल। |
सरकारी पहलें (उच्च शिक्षा हेतु)
- पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना: केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जो देश के शीर्ष गुणवत्ता वाले उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को शिक्षा ऋण उपलब्ध कराती है।
- SWAYAM और SWAYAM Prabha: ये प्लेटफॉर्म क्रमशः MOOCs और शैक्षिक चैनल प्रदान करते हैं, ताकि गुणवत्ता वाली शिक्षा तक पहुँच विस्तारित हो सके।
- राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (RUSA): राज्य उच्च शिक्षा संस्थानों को ढाँचागत विकास, अनुसंधान, और नवाचार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- IMPRINT: इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करता है।
आगे की राह
- प्रत्येक संस्थान को GER वृद्धि, पाठ्यक्रम संशोधन, डिजिटल विस्तार, और शिक्षक विकास के लिए समयबद्ध लक्ष्य के साथ NEP क्रियान्वयन की व्यापक रूपरेखा बनानी चाहिए।
- दूरस्थ और वंचित क्षेत्रों में पहुँच बढ़ाने हेतु हाइब्रिड लर्निंग मॉडल को बढ़ावा दें।
- अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा:अनुसंधान राष्ट्रीय फाउंडेशन (ANRF) को पारदर्शी वित्तीय तंत्र के साथ क्रियाशील बनाया जाए।
- विश्वविद्यालयों में नवाचार केंद्र, इनक्यूबेशन सेंटर और उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा दें।
Source: PIB
Previous article
महाराष्ट्र का ‘शहरी माओवाद’ विधेयक