Skip to main content
आंतरिक सुरक्षा 

सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल 7 मई, 2025: विवरण और अन्य पहलू

Last updated on May 7th, 2025 Posted on May 7, 2025 by  360
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल

7 मई, 2025 को शत्रुतापूर्ण हमलों के लिए तैयारियों का आकलन करने हेतु 244 जिलों में राष्ट्रव्यापी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इस अभ्यास का उद्देश्य संचार प्रणालियों, नियंत्रण कक्षों, निकासी योजनाओं का परीक्षण करना और नागरिकों को प्रशिक्षित करना है जिसमें कि एनसीसी कैडेटों की भागीदारी सहित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में समन्वय और तत्परता बढ़ाना है।

सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल क्या है?

  • सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक (Simulated-काल्पनिक) नकली आपातकालीन अभ्यास है जिसे प्राकृतिक आपदाओं, हवाई हमलों या शत्रुतापूर्ण हमलों जैसी आपात स्थितियों के दौरान विभिन्न सिविल डिफेंस एजेंसियों और आम जनता की तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं का मूल्यांकन करने और उन्हें बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
  • इन अभ्यासों में स्थानीय अधिकारियों, आपातकालीन सेवाओं और स्वयंसेवकों द्वारा चेतावनी तंत्र, संचार नेटवर्क, निकासी प्रक्रियाओं और नियंत्रण कक्षों की कार्यप्रणाली जैसी प्रणालियों का परीक्षण करने के लिए समन्वित कार्रवाई शामिल है।
  • इसका उद्देश्य सिविल डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर में कमियों की पहचान करना, अंतर-एजेंसी समन्वय (Inter-Agency Coordination) में सुधार करना और नागरिकों को सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में शिक्षित करना है।
  • गतिविधियों में निकासी रिहर्सल, हवाई हमले का अनुकरण, क्रैश ब्लैकआउट, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का छलावरण और नागरिकों व छात्रों को सुरक्षात्मक उपायों का प्रशिक्षण देना शामिल हो सकता है।
  • वास्तविक जीवन के आपातकालीन परिदृश्यों का अनुकरण करके, इन अभ्यासों का उद्देश्य घबराहट को कम करना, प्रतिक्रिया समय को कम करना और प्रभावी आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करना है।
  • सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल्स एक लचीले समाज के निर्माण के लिए आवश्यक उपकरण हैं, जो अप्रत्याशित खतरों का तेज़ी और कुशलता से सामना कर सके।

7 मई 2025 को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के उद्देश्य और लक्ष्य

  • 7 मई 2025 को आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का उद्देश्य संभावित शत्रुतापूर्ण खतरों और आपात स्थितियों के खिलाफ देश की तैयारियों का मूल्यांकन और उन्हें मजबूत करना है।
  • 244 सिविल डिफेंस जिलों में गांव स्तर तक आयोजित इस अभ्यास के प्राथमिक उद्देश्यों में हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली, नियंत्रण कक्ष और भारतीय वायु सेना के साथ रेडियो लिंक सहित आपातकालीन संचार नेटवर्क की परिचालन तत्परता का आकलन करना शामिल है।
  • इस अभ्यास में नागरिकों, छात्रों और एनसीसी कैडेटों को सुरक्षात्मक उपायों के बारे में प्रशिक्षित करने, समुदाय में जागरूकता और भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
  • इसके अतिरिक्त लक्ष्यों में क्रैश ब्लैकआउट प्रक्रियाओं का परीक्षण, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाना और निकासी योजनाओं को अपडेट करना और उनका पूर्वाभ्यास करना शामिल है।
  • वास्तविक आपातकालीन परिदृश्यों का अनुकरण करके, अभ्यास का उद्देश्य नागरिक और रक्षा अधिकारियों के बीच समन्वय को बढ़ाना, प्रतिक्रिया अंतराल की पहचान करना और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सुरक्षा और तैयारियों की संस्कृति को बढ़ावा देना है।
  • अंततः, इस अभ्यास का उद्देश्य संकट के दौरान त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने में सक्षम एक लचीला नागरिक सुरक्षा तंत्र बनाना है।

सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का समय और कार्यक्रम

देशभर में आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल, जिसे ऑपरेशन अभ्यास (Operation Abhyaas) कोडनाम दिया गया है, 7 मई, 2025, बुधवार को भारत के 244 जिलों में आयोजित किया जाएगा। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य संभावित शत्रुतापूर्ण खतरों और आपात स्थितियों के लिए देश की तत्परता का आकलन और उसे बेहतर बनाना है।

समय सारणी

  • सामान्य प्रारंभ समय: अधिकांश क्षेत्रों में यह अभ्यास शाम 4:00 बजे (IST) से शुरू होगा।
  • दिल्ली: दिल्ली के 11 जिलों में 55 स्थानों पर यह ड्रिल 4:00 PM से शुरू होगी।
  • मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR): मुंबई के लगभग 60 क्षेत्रों में 4:00 PM पर वायु हमले की सायरन बजेगी, इसके बाद 5 मिनट का पावर ब्लैकआउट किया जाएगा, ताकि युद्धकालीन स्थितियों का अनुकरण किया जा सके।
  • चंडीगढ़: 7:30 PM से 7:40 PM तक 10 मिनट का ब्लैकआउट ड्रिल आयोजित किया जाएगा, जिसमें वायु हमले के चेतावनी सायरन 7:30 PM पर बजेंगे।
  • बरेली (उत्तर प्रदेश): बरेली में ब्लैकआउट ड्रिल 8:00 PM से 8:10 PM तक आयोजित की जाएगी।
  • विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश): विशाखापत्तनम में दो स्थानों कोथा जलारीपेटा और ऑक्सीजन टावर्स पर यह ड्रिल शाम 7:00 बजे आयोजित होगी।
  • हैदराबाद: यह ड्रिल 4:00 PM से 4:30 PM के बीच हैदराबाद के बाहरी रिंग रोड के तहत विभिन्न प्रमुख स्थानों पर आयोजित की जाएगी, जिसमें सिकंदराबाद, गोलकोंडा किला, कंचन बाग और नचाराम जैसे प्रमुख स्थान शामिल होंगे।

ड्रिल के दौरान गतिविधियाँ

  1. वायु हमले की सायरन: कई क्षेत्रों में वायु हमले के सायरन सक्रिय किये जायेंगे ताकि आपातकालीन चेतावनियों का अनुकरण किया जा सके।
  2. पावर ब्लैकआउट: चुनिंदा क्षेत्रों में छोटे समय के लिए ब्लैकआउट किए जाएंगे, जिससे युद्धकालीन परिस्थितियों का अनुभव किया जा सके।
  3. निकासी ड्रिल: सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से निकासी के अभ्यास किए जाएंगे।
  4. सार्वजनिक प्रशिक्षण सत्र: नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।
  5. संचार प्रणालियों का परीक्षण: नियंत्रण कक्षों और भारतीय वायु सेना के साथ संचार लिंक की कार्यक्षमता की जांच की जाएगी।

निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे सक्रिय रूप से भाग लें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, ताकि ड्रिल की प्रभावशीलता सुनिश्चित और समुदाय की तत्परता में सुधार हो सके।

आगे की राह

भविष्य की तत्परता को मजबूत करने के लिए, नियमित मॉक ड्रिल्स को संस्थागत किया जाना चाहिए, जिसमें नागरिकों की भागीदारी बढ़ाई जाए। बेहतर अंतर-एजेंसी समन्वय, उन्नत संचार प्रणाली और समुदाय-स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम आपात स्थितियों के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेंगे। निरंतर प्रशिक्षण, फीडबैक एकीकरण और प्रौद्योगिकी के उपयोग से देश भर में नागरिक सुरक्षा लचीलेपन को और बढ़ावा मिल सकता है।

निष्कर्ष

7 मई 2025 को होने वाली सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का उद्देश्य संचार प्रणालियों, नियंत्रण कक्षों और निकासी योजनाओं का परीक्षण करके भारत की आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करना है। गांवों, छात्रों और एनसीसी कैडेटों को शामिल करने के साथ ही यह अभ्यास एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करते हुए व्यावहारिक प्रशिक्षण और सिमुलेशन के माध्यम से शत्रुतापूर्ण खतरों के खिलाफ बेहतर नागरिक तत्परता सुनिश्चित करता है।

Read this article in English: Civil Defence Mock Drill

  • Other Posts

Index