पाठ्यक्रम :GS 3/ विज्ञान और प्रौद्योगिकी / अर्थव्यवस्था
समाचार में
- सोनीपत के मंडौरा गाँव में रुटेज (RuTAGe) स्मार्ट विलेज सेंटर (RSVC) का शुभारंभ किया गया, जो ग्रामीण तकनीकी उन्नति के लिए एक परिवर्तनकारी क्षण है।
RuTAGe स्मार्ट विलेज सेंटर (RSVC) मॉडल
- इसकी परिकल्पना प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) के कार्यालय द्वारा की गई थी।
- इसे पंचायत स्तर पर एक स्थायी उपस्थिति के रूप में कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो कई वर्षों में 15-20 गाँवों की तकनीकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए गहन सहायता प्रदान करेगा।
- इसे 2024 में वाराणसी में NSE के सोशल स्टॉक एक्सचेंज कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
तकनीकी समाधान प्रस्तुत
- RSVC विविध ग्रामीण चुनौतियों का समाधान करने के लिए 12 प्रौद्योगिकी ट्रैक की एक व्यापक शृंखला प्रदान करता है:
- कृषि और अपशिष्ट प्रबंधन: कृषि, अपशिष्ट प्रबंधन, होमस्टे और ग्राम पर्यटन के लिए सेवाएँ, KVK के सहयोग से बुवाई से पहले से कटाई के बाद की तकनीकों द्वारा समर्थित।
- RuTAG प्रौद्योगिकियाँ: भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय के अंतर्गत विकसित 7 IIT के नवाचार।
- आजीविका और उद्यमिता: उत्तर प्रदेश में NRLM जैसी योजनाओं के माध्यम से स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देना।
- नवीकरणीय ऊर्जा: SELCO फाउंडेशन से तकनीकी सहायता के साथ सौर हाइब्रिड और पवन प्रौद्योगिकी समाधान।
- WASH: अपशिष्ट प्रबंधन, जल और स्वच्छता समाधान, जिसमें IIT मद्रास एक्वामैप्स और वीवॉइस प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
- फ़िनटेक: IISC एवं XR ग्रुप द्वारा विकसित वित्तीय समावेशन ऐप और AR/VR प्रौद्योगिकियाँ।
- क्षमता निर्माण: टियर 2 एवं 3 कॉलेजों के साथ अनुसंधान और क्षमता निर्माण पहल जहाँ NIFTEM चीनी, घी जैसी स्थानीय रूप से प्राप्त सामग्री से बिस्किट निर्माण का संचालन करने की सुविधा है। NAARM RSVC केंद्र प्रमुखों की क्षमता निर्माण का कार्य कर रहा है।
- सरकारी योजना ऐप: विज्ञान, तकनीक और कल्याण कार्यक्रमों के लिए नागरिक-केंद्रित ऐप के माध्यम से सरकारी योजनाओं का प्रसार।
- सहायक प्रौद्योगिकी: सहायक प्रौद्योगिकी फाउंडेशन के माध्यम से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समाधान।
RSVC का उद्देश्य
- RSVC का उद्देश्य ग्रामीण ज़रूरतों और तकनीकी प्रगति के बीच के अंतर को समाप्त करना है, ताकि नवाचार जमीनी स्तर के समुदायों तक पहुँच सके।
- पशु घुसपैठ, जैविक खेती और आजीविका बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकियों जैसी चुनौतियों का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
ग्रामीण विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका
- खेती: सटीक उपकरण (GPS, सेंसर) और मशीनीकरण (ट्रैक्टर) फसल की उपज और दक्षता बढ़ाते हैं।
- शिक्षा: ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल साक्षरता ग्रामीण छात्रों के लिए अंतर को समाप्त करती है। PM e-VIDYA और SWAYAM जैसी पहल डिजिटल शिक्षा के अवसर प्रदान करती हैं।
- वित्तीय समावेशन: DBT कार्यक्रम और PM जन धन योजना नकदी रहित हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करते हैं, पारदर्शिता में सुधार करते हैं और धोखाधड़ी को कम करते हैं।
- जल प्रबंधन: जलभृत मानचित्रण और प्रबंधन पर राष्ट्रीय कार्यक्रम कृषि में कुशल भूजल प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है।
भविष्य का दृष्टिकोण
- RSVC पहल सतत्, स्केलेबल और प्रभावशाली तकनीकी समाधानों के माध्यम से ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
- RSVC के प्रभाव को परिष्कृत और बढ़ाने के लिए निरंतर अपडेट एवं फीडबैक का उपयोग किया जाएगा।
Source :PIB
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