उच्चतम न्यायालय ने भारतीय दंड संहिता (IPC) (अब भारतीय न्याय संहिता) की धारा 498A के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की, जो विवाहित महिलाओं के प्रति उनके पतियों और ससुराल वालों द्वारा क्रूरता करने पर दंड का प्रावधान करती है।
संसदीय आचरण में हाल के रुझानों ने मानकों में गिरावट तथा सदन में व्यवधान, गड़बड़ी और हंगामे के कारण जनता के विश्वास पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं।