पाठ्यक्रम: GS3/पर्यावरण
समाचार में
- तृतीय अंतर्राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन सम्मेलन में, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन (NGHM) को भारत की स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन, रोजगार सृजन और ग्रीन हाइड्रोजन में वैश्विक नेतृत्व के लिए उत्प्रेरक के रूप में रेखांकित किया।
राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन
- इसे भारत सरकार द्वारा जनवरी 2023 में शुरू किया गया और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा संचालित किया जा रहा है।
- यह भारत की रणनीति का आधारस्तंभ है, जिसका लक्ष्य 2047 तक ऊर्जा स्वतंत्रता और 2070 तक नेट-जीरो उत्सर्जन प्राप्त करना है।
- इसका उद्देश्य भारत को ग्रीन हाइड्रोजन और उसके उत्पादों के उत्पादन, उपयोग और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाना है।
उद्देश्य
- जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करना और इस्पात, सीमेंट, रिफाइनिंग एवं गतिशीलता जैसे कठिन-से-नियंत्रित क्षेत्रों में उत्सर्जन घटाना।
- ग्रीन हाइड्रोजन और उसके उत्पादों जैसे अमोनिया और मेथनॉल के लिए निर्यात अवसर सृजित करना।
- नवाचार और अवसंरचना विकास के माध्यम से रोजगार उत्पन्न करना और आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करना।
- ग्रीन हाइड्रोजन हब विकसित करना और प्रौद्योगिकी उन्नति के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देना।
चुनौतियाँ
- उच्च उत्पादन लागत: इलेक्ट्रोलाइज़र तकनीक और नवीकरणीय ऊर्जा इनपुट अभी भी महंगे हैं।
- अवसंरचना की कमी: सीमित हाइड्रोजन पाइपलाइन, ईंधन भरने के स्टेशन और भंडारण सुविधाएँ।
- प्रौद्योगिकी परिपक्वता: कई ग्रीन हाइड्रोजन अनुप्रयोग अभी भी पायलट या प्रदर्शन चरणों में हैं।
- नीति समन्वय: ऊर्जा, परिवहन, उद्योग और वित्त मंत्रालयों के बीच क्रॉस-सेक्टोरल सामंजस्य की आवश्यकता है।
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा: यूरोपीय संघ, अमेरिका और चीन जैसे देश भी ग्रीन हाइड्रोजन नेतृत्व को आक्रामक रूप से आगे बढ़ा रहे हैं।
आगे की राह
- भारत का राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन स्वच्छ ऊर्जा को औद्योगिक विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के साथ संरेखित करने के लिए एक रणनीतिक पहल है।
- मुख्य प्राथमिकताओं में घरेलू विनिर्माण का विस्तार, पायलट परियोजनाओं का विस्तार, अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देना, हाइड्रोजन अवसंरचना का निर्माण, नीतिगत सामंजस्य में सुधार और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करके घरेलू तथा निर्यात बाजारों के लिए सस्ती ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन शामिल है।
Source :PIB
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