पाठ्यक्रम: GS 2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध
समाचार में
- संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (JCDC) की सातवीं बैठक हाल ही में आयोजित की गई।
बैठक के प्रमुख निष्कर्ष
- रक्षा सहयोग का विस्तार: प्रशिक्षण, औद्योगिक साझेदारी, समुद्री सुरक्षा और संयुक्त सैन्य अभ्यास।
- भारत ने सऊदी कर्मियों के लिए भारतीय संस्थानों में प्रशिक्षण स्लॉट की पेशकश की।
- नए सहयोग क्षेत्र: साइबर सुरक्षा, सामरिक संचार, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन आदि।
- सैन्य सहभागिता: भारत ने ‘मेक इन इंडिया’ रक्षा उपकरणों का प्रदर्शन किया।
- दोनों पक्षों ने संयुक्त उत्पादन और औद्योगिक साझेदारी की संभावनाओं का पता लगाया।
भारत–सऊदी रक्षा साझेदारी का महत्व
- रणनीतिक: भारत की सुरक्षा उपस्थिति को पश्चिम एशिया क्षेत्र में बढ़ाता है।
- दोनों देशों की इंडो-पैसिफिक और खाड़ी समुद्री सुरक्षा प्राथमिकताओं को पूरक करता है।
- आर्थिक/औद्योगिक: भारत के बढ़ते रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिए बाज़ार खोलता है।
- सऊदी अरब की विज़न 2030 विविधीकरण रणनीति के अनुरूप संयुक्त उद्यमों की संभावना।
- सुरक्षा: हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) की स्थिरता और ऊर्जा व्यापार मार्गों की सुरक्षा के लिए समुद्री सहयोग महत्वपूर्ण।
- रक्षा सहयोग आतंकवाद-रोधी प्रयासों और खुफिया साझेदारी को पूरक करता है।
- राजनयिक: भारत–सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद (2019, 2025 में उन्नत) को गहराई प्रदान करता है।
- भारत की पश्चिम एशिया कूटनीति को UAE, ईरान, इज़राइल के साथ संबंधों के संतुलन में सहायता करता है।
| भारत और सऊदी अरब संबंधों के बारे में संक्षेप में – ऐतिहासिक संबंध: 2006 में किंग अब्दुल्ला की भारत यात्रा ने दिल्ली घोषणा को जन्म दिया, जिससे द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिला। 2010 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सऊदी यात्रा के दौरान रियाद घोषणा ने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया। – आर्थिक सहयोग: भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है; सऊदी अरब भारत का पाँचवाँ सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। – FY 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार लगभग USD 42.98 बिलियन तक पहुँचा, जिसमें भारत से निर्यात USD 11.56 बिलियन और सऊदी अरब से आयात USD 31.42 बिलियन रहा। – ऊर्जा साझेदारी: सऊदी अरब भारत का तीसरा सबसे बड़ा कच्चे तेल और LPG आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। – रक्षा साझेदारी: रक्षा संबंधों में व्यापक नौसैनिक सहयोग, द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘अल मोहद अल हिंदी’ के दो संस्करण, और 2024 में भारत में आयोजित पहला भारत-सऊदी संयुक्त थल सेना अभ्यास EX-SADA TANSEEQ-I शामिल हैं। – सांस्कृतिक संबंध: भारत 2018 में सऊदी अरब के 32वें राष्ट्रीय विरासत और संस्कृति महोत्सव (JANADRIYAH) में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ था। 2017 में सऊदी सरकार ने योग को खेल गतिविधि के रूप में मान्यता दी। – सऊदी अरब में भारतीय समुदाय: लगभग 2.7 मिलियन भारतीय सऊदी अरब में निवास करते हैं, जो दोनों देशों के बीच एक जीवंत सेतु का कार्य करते हैं। |
Source: TH
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