- India is the world’s fastest-growing major economy, with its annual GDP increase averaging 8.2% during 2021 to 2024, yet, it is not attracting commensurate foreign capital inflows.
- India is among the world’s fastest-growing major economies (GDP growth 7.4% in Jan–Mar 2025, 7.8% in Apr–Jun 2025).
- Despite this momentum, foreign capital inflows are declining, creating a “foreign capital paradox”.
- Normally, high growth attracts global investors. In India’s case, inflows are not commensurate with its growth performance. Read More
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- Recently, the Prime Minister of India penned a heartfelt tribute on the occasion of Bhupen Hazarika’s 99th birth anniversary.
- Teaching and Early Career: Hazarika briefly worked at All India Radio, Guwahati, and later as a lecturer at Gauhati University.
- He composed the university’s anthem Jilikaba Luitare Paar before moving to Kolkata to pursue music and cinema full-time.
- Music and Cultural Contributions: His music reflected nature, love, and fraternity, drawing richly from Assamese landscapes and tribal traditions.
- Songs like Bistorno Parare (inspired by Robeson’s Ol’ Man River) and Xoixobore Dhemalite captured both local beauty and universal struggles. Read More
99th Birth Anniversary of Bhupen Hazarika
Context
Multifaceted Career
A Complex Turn in India’s FDI Story
India continues to attract significant foreign direct investment (FDI), but rising profit repatriations, disinvestments, and outward Indian FDI have diluted the long-term growth impact.
- हाल ही में श्री नारायण गुरु की जयंती मनाई गई।
- इनका जन्म 1856 में केरल के एझावा समुदाय में हुआ था, जो उस समय कठोर जातिगत भेदभाव का सामना कर रहा था।
- वे एक संत, दार्शनिक, और आधुनिक भारत के प्रमुख समाज सुधारकों में से एक थे, जिन्होंने जातिगत उत्पीड़न को चुनौती दी तथा सामाजिक सुधार के मार्ग के रूप में आध्यात्मिक सुधार पर बल दिया। Read More
संक्षिप्त समाचार 08-09-2025
संदर्भ
श्री नारायण गुरु के बारे में (1856–1928)
- एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं द्वारा यह प्रकटीकरण किया गया है कि जीवन के दो मूलभूत घटक—RNA (राइबोन्यूक्लिक एसिड) और अमीनो अम्ल—लगभग चार अरब वर्ष पूर्व पृथ्वी जैसी प्रारंभिक परिस्थितियों में एक-दूसरे से जुड़ सकते थे।
- राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) एक मूलभूत जैव-अणु है जो जीवन के लिए आवश्यक है। यह आनुवंशिक जानकारी को वहन करता है, प्रोटीन संश्लेषण में सहायता करता है, और उत्प्रेरक व नियामक भूमिकाएँ निभाता है।
- हालाँकि यह DNA के समान होता है, लेकिन रासायनिक रूप से कम स्थिर और कार्यात्मक रूप से अधिक बहुपरकारी होता है। Read More
प्रारंभिक पृथ्वी पर RNA-अमीनो एसिड लिंक
संदर्भ
राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) क्या है?
- सरकार ने कहा है कि जीएसटी सुधारों से सहकारी क्षेत्र को सुदृढ़ता मिलेगी, उनके उत्पाद प्रतिस्पर्धी बनेंगे, उत्पादों की मांग में और सहकारी समितियों की आय में वृद्धि होगी।
- डेयरी क्षेत्र में: मक्खन, घी और इसी प्रकार के उत्पादों पर कर को 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है।
- लोहे, स्टील या एल्युमिनियम से बने दूध के डिब्बों पर जीएसटी को भी 12% से घटाकर 5% किया गया है। Read More
सहकारी क्षेत्र पर जीएसटी सुधारों का प्रभाव
संदर्भ
परिचय
- जीएसटी परिषद ने वर्तमान चार-स्तरीय प्रणाली (5%, 12%, 18%, और 28%) को सरल बनाकर दो-स्तरीय संरचना में परिवर्तित कर दिया है:
- 0% जीएसटी महत्वपूर्ण वस्तुओं/सेवाओं पर लागू: मूल खाद्य सामग्री, स्वास्थ्य और जीवन बीमा, शैक्षणिक सामग्री, चयनित चिकित्सा उपकरण।
- 33 जीवनरक्षक दवाएं और 3 प्रमुख कैंसर की दवाएं पर शून्य जीएसटी लागू। Read More
आगामी पीढ़ी के जीएसटी सुधार 22 सितंबर से प्रभावी
संदर्भ
समाचार के बारे में अधिक जानकारी
भारत की FDI कहानी में एक जटिल मोड़
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का प्रवाह निरंतर बना हुआ है, लेकिन लाभ की प्रत्यावर्तन, विनिवेश, और भारतीय कंपनियों द्वारा विदेशों में निवेश की बढ़ती प्रवृत्ति ने दीर्घकालिक विकास प्रभाव को कमजोर कर दिया है।
- भारत विश्व की सबसे तीव्रता से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है, जिसकी वार्षिक जीडीपी वृद्धि दर 2021 से 2024 के बीच औसतन 8.2% रही, फिर भी यह विदेशी पूंजी प्रवाह को उसी अनुपात में आकर्षित नहीं कर पा रहा है।
- भारत विश्व की सबसे तीव्रता से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सम्मिलित है (जनवरी–मार्च 2025 में जीडीपी वृद्धि 7.4%, अप्रैल–जून 2025 में 7.8%)।
- इस गति के बावजूद, विदेशी पूंजी प्रवाह में गिरावट आ रही है, जिससे एक “विदेशी पूंजी विरोधाभास” उत्पन्न हो गया है। Read More
भारत का विदेशी पूंजी विरोधाभास
संदर्भ
परिचय
- हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा भूपेन हज़ारिका की 99वीं जयंती के अवसर पर एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित कीगई।
- प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: डॉ. भूपेन हज़ारिका, जिन्हें ‘ब्रह्मपुत्र के गायक’ और ‘सुधाकंठ’ (नाइटिंगेल) के नाम से जाना जाता है, का जन्म 8 सितंबर 1926 को असम के सादिया में नीलकंठ और शांतिप्रिया हज़ारिका के घर हुआ था।
- बाद में उनका परिवार गुवाहाटी, धुबरी और तेजपुर चला गया, जहाँ उन्होंने संगीत और सिनेमा जगत से परिचय प्राप्त किया। Read More
भूपेन हजारिका की 99वीं जयंती
संदर्भ
डॉ. भूपेन हज़ारिका के बारे में
Editorial Analysis in Hindi
- भारत-अफ्रीका संबंधों की संभावनाओं को साकार करना
- विकसित भारत-रोज़गार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 की गारंटी पर परिचर्चा
- सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानून संशोधन) विधेयक, 2025
- भारत की जीडीपी मापन प्रणाली को पुनः निर्धारित करने की आवश्यकता क्यों है?
- दिल्ली का वायु प्रदूषण संकट: एक बढ़ती हुई सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता