जूनोटिक प्रकोप
पाठ्यक्रम: GS2/ स्वास्थ्य
समाचार में
- एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के अनुसार, ज़ूनोटिक (पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाले) प्रकोपों में वर्षों के दौरान उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, विशेष रूप से महामारी के पश्चात्।
अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष
- ज़ूनोटिक प्रकोपों की व्यापकता: रिपोर्ट किए गए 6,948 प्रकोपों में से 583 (~8%) ज़ूनोटिक थे।
- उच्चतम मौसमी प्रसार: जून, जुलाई और अगस्त में ज़ूनोटिक प्रकोपों का चरम देखा गया।
- प्रमुख ज़ूनोटिक रोग:
- जापानी एन्सेफलाइटिस (JE) – 29.5%
- लेप्टोस्पायरोसिस – 18.7%
- स्क्रब टाइफस – 13.9%
- भौगोलिक वितरण:
- भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सबसे अधिक (35.8%) ज़ूनोटिक प्रकोप देखे गए।
- इसके बाद दक्षिणी क्षेत्र (31.7%) और पश्चिमी क्षेत्र (15.4%) आते हैं।
ज़ूनोटिक निगरानी क्यों महत्त्वपूर्ण है?
- जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और शहरीकरण के बढ़ने से मानव-पशु संपर्क बढ़ रहा है।
- इससे रोगजनकों का पशुओं से मनुष्यों में फैलाव संभव हो सकता है, जिससे भारत के पहले से ही बोझिल सार्वजनिक स्वास्थ्य अवसंरचना पर गंभीर दबाव पड़ सकता है।
ज़ूनोटिक रोगों से निपटने के लिए उठाए गए कदम
- एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) – 2004 में महामारी-प्रवण रोगों पर नज़र रखने के लिए प्रारंभ किया गया।
- राष्ट्रीय वन हेल्थ मिशन – जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत, जो पशु स्वास्थ्य, मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण निगरानी को एकीकृत करने की योजना है।
- राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) – ज़ूनोसिस प्रभाग:
- प्रकोप जांच करता है।
- जापानी एन्सेफलाइटिस, लेप्टोस्पायरोसिस, ब्रुसेलोसिस और रेबीज जैसे ज़ूनोटिक रोगों के लिए मानक उपचार प्रोटोकॉल विकसित करता है।
Source: TH
भारत-चिली CEPA वार्ता का प्रथम दौर संपन्न
पाठ्यक्रम: GS2/ IR
समाचार में
- भारत और चिली ने प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौते के लिए प्रथम दौर की वार्ता पूरी कर ली है।
परिचय
- अगले दौर की वार्ता जुलाई-अगस्त, 2025 में होने की संभावना है।
- भारत और चिली का लक्ष्य 2026 तक एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते के लिए अपनी व्यापार वार्ता को समाप्त करना है।
- भारत और चिली के बीच 2007 से पहले से ही आंशिक दायरा समझौता है, जिसे 2017 में विस्तारित किया गया था।
- इसके बावजूद, व्यापार की मात्रा मामूली रही, 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार लगभग 3 बिलियन डॉलर रहा, जिसमें चिली से तांबे के आयात और भारत से ऑटोमोबाइल और फार्मास्यूटिकल्स का प्रभुत्व रहा।
प्रमुख बिंदु
- भारत-चिली CEPA वार्ता के संदर्भ दस्तावेज (ToR) 8 मई 2025 को हस्ताक्षरित किए गए।
- पहले दौर की CEPA वार्ता में 17 विषयगत क्षेत्र शामिल थे:
- वस्तुओं और सेवाओं में व्यापार,
- प्राकृतिक व्यक्तियों की आवाजाही,
- मूल नियम (Rules of Origin),
- स्वच्छता एवं पौध संरक्षण उपाय,
- व्यापार में तकनीकी बाधाएँ,
- सीमा शुल्क प्रक्रियाएँ,
- निवेश संवर्धन,
- MSMEs और महत्त्वपूर्ण खनिज।
- CEPA का उद्देश्य भारत-चिली व्यापार और आर्थिक साझेदारी की पूरी क्षमता को खोलना, रोजगार बढ़ाना, द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देना और आर्थिक विकास को गति देना है।
चिली के बारे में – अवस्थिति: दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी भाग में स्थित। – राजधानी और सबसे बड़ा शहर सैंटियागो है, और इसकी राष्ट्रीय भाषा स्पेनिश है। – यह एंडीज पर्वत शृंखला के पूर्व और प्रशांत महासागर के पश्चिम में लंबी और संकीर्ण भूमि पट्टी के रूप में स्थित है। – चिली दुनिया का सबसे दक्षिणतम देश है, अंटार्कटिका के सबसे नजदीक। 1. सीमाएँ: चिली की भू-सीमाएँ: 2. उत्तर में पेरू। 3. उत्तर-पूर्व में बोलीविया। 4. पूर्व में अर्जेंटीना। 5. सुदूर दक्षिण में ड्रेक जलडमरूमध्य। जलवायु और स्थलाकृति: – एंडीज पर्वत शृंखला का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा चिली में स्थित है, जो विश्व की सबसे लंबी महाद्वीपीय पर्वत शृंखला है। – अटाकामा रेगिस्तान, जो विश्व का सबसे शुष्क गैर-ध्रुवीय रेगिस्तान है, चिली के उत्तरी भाग में स्थित है। – लोआ नदी चिली की सबसे लंबी नदी है। – चिली प्रशांत रिंग ऑफ फायर का हिस्सा है और इसमें उच्च भूकंपीय एवं ज्वालामुखीय गतिविधियाँ पाई जाती हैं, क्योंकि नाज़्का और अंटार्कटिक प्लेट्स दक्षिण अमेरिकी प्लेट में धंस रही हैं। संसाधन: – चिली विश्व का सबसे बड़ा तांबा उत्पादक है। – “लिथियम त्रिभुज” (अर्जेंटीना, बोलीविया और चिली) का सदस्य होने के कारण, चिली के पास वैश्विक लिथियम भंडार का 75% से अधिक हिस्सा है, जो मुख्य रूप से नमक के मैदानों के नीचे पाया जाता है। सदस्यता: – संयुक्त राष्ट्र (UN), आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD), प्रशांत गठबंधन, CELAC |
Source: PIB
ULLAS के अंतर्गत गोवा ने पूर्ण कार्यात्मक साक्षरता हासिल की
पाठ्यक्रम: GS2/ शिक्षा
संदर्भ
- गोवा ने ULLAS – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (New India Literacy Programme) के तहत पूर्ण साक्षर राज्य का दर्जा आधिकारिक रूप से प्राप्त कर लिया है। यह मिज़ोरम के बाद भारत का दूसरा राज्य बन गया है, जिसने राष्ट्रीय मानकों के अनुसार 95% साक्षरता सीमा को पार किया है।
ULLAS – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (New India Literacy Programme)
- यह 2022-2027 तक लागू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
- यह योजना NEP 2020 के अनुरूप है और उन वयस्कों (15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के) को लक्षित करती है, जो स्कूल नहीं जा सकते।
- इस योजना में पाँच प्रमुख घटक शामिल हैं:
- आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल
- महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल
- मौलिक शिक्षा
- व्यावसायिक कौशल
- निरंतर शिक्षा
- ULLAS योजना की दृष्टि “जन जन साक्षर” बनाना है और यह कर्तव्य बोध की भावना पर आधारित है एवं स्वयंसेवा के माध्यम से लागू की जा रही है।
साक्षरता के बारे में – भारत के महापंजीयक कार्यालय के अनुसार, एक साक्षर व्यक्ति वह होता है जो 7 वर्ष या उससे अधिक उम्र का हो तथा किसी भी भाषा में समझ के साथ पढ़ और लिख सकता हो। – स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने NEP 2020 और SDG 4.6 लक्ष्यों के अनुरूप साक्षरता की परिभाषा को परिष्कृत किया है। – अब साक्षरता को पढ़ने, लिखने और गणना करने की क्षमता के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें डिजिटल और वित्तीय साक्षरता जैसे महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल भी शामिल हैं। – इस विस्तारित परिभाषा का उद्देश्य समाज में पूर्ण भागीदारी और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करना है। – कोई भी राज्य/केंद्रशासित प्रदेश जो 95% साक्षरता दर प्राप्त करता है, उसे पूर्ण साक्षर माना जाता है। |
Source: PIB
शहरी गैस वितरण (CGD) परियोजना
पाठ्यक्रम: GS3/अर्थव्यवस्था
समाचार में
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में ₹1,010 करोड़ की सिटी गैस वितरण (CGD) परियोजना की आधारशिला रखी, जिसका उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना का विस्तार करना है।
समाचार के बारे में अधिक जानकारी
- प्रधानमंत्री ने भारत के गैस नेटवर्क के विस्तार में हुई प्रगति को रेखांकित किया।
- उन्होंने बताया कि 2014 में 66 जिलों में उपलब्ध सिटी गैस सेवाएँ आज 550 से अधिक जिलों में पहुँच चुकी हैं।
- उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को गरीब महिलाओं के जीवन में सुधार लाने, एलपीजी पहुँच बढ़ाने और घरेलू प्रदूषण कम करने के लिए श्रेय दिया।
- उन्होंने ऊर्जा गंगा परियोजना के महत्त्व को भी उजागर किया, जो पूर्वी भारत में गैस पाइपलाइन लाकर ऊर्जा पहुँच और रोज़गार सृजन को बढ़ावा देती है।
सिटी गैस वितरण (CGD) परियोजना
- ₹1,010 करोड़ की CGD परियोजना का लक्ष्य 2.5 लाख से अधिक परिवारों, 100 से अधिक व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों को पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) की आपूर्ति प्रदान करना है।
- यह संकुचित प्राकृतिक गैस (CNG) भी उपलब्ध कराएगी, जिससे 19 CNG स्टेशन स्थापित किए जाएँगे।
- यह सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम कार्य कार्यक्रम (MWP) लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य भारत की गैस आधारित अर्थव्यवस्था का विस्तार करना है।
- यह परियोजना सुव्यवस्थित, विश्वसनीय, पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी ईंधन आपूर्ति प्रदान करेगी और क्षेत्र में रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगी।
Source :PIB
2024 के लिए भारतीय अंतरिक्ष स्थिति आकलन रिपोर्ट (ISSAR)
पाठ्यक्रम: GS3/ विज्ञान और प्रौद्योगिकी
प्रसंग
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भारतीय अंतरिक्ष स्थितिजन्य मूल्यांकन रिपोर्ट (ISSAR) 2024 जारी की, जिसे ISRO सिस्टम फॉर सेफ एंड सस्टेनेबल स्पेस ऑपरेशंस मैनेजमेंट (IS4OM) द्वारा संकलित किया गया है।
वैश्विक परिदृश्य
- रिकॉर्ड संख्या में लॉन्च: 2024 में वैश्विक स्तर पर 261 प्रक्षेपण प्रयास हुए—जो अंतरिक्ष युग के बाद से सबसे अधिक हैं—जिनमें 254 सफल प्रक्षेपण हुए और 2,963 वस्तुएँ कक्षा में स्थापित की गईं, जिनमें 2,578 परिचालन उपग्रह शामिल हैं।
- चंद्र अभियानों की पुनः सक्रियता: 2024 में पाँच चंद्र मिशन लॉन्च किए गए, जो वैश्विक स्तर पर चंद्र अन्वेषण में फिर से बढ़ती रुचि को दर्शाते हैं।
- अंतरिक्ष मलबा (स्पेस डेब्रिस) की घटनाएँ:
- 2024 में तीन प्रमुख कक्षीय विघटन (ऑर्बिटल ब्रेकअप) घटनाएँ दर्ज की गईं।
- चीन के लॉन्ग मार्च रॉकेट (CZ-6A) से जुड़ी एक बड़ी घटना में ~650 टुकड़े कैटलॉग किए गए।
- 702 टुकड़ों का शुद्ध वृद्धि, जो 2023 में दर्ज 69 टुकड़ों से काफी अधिक है।
- रिकॉर्ड री-एंट्री और सौर गतिविधि का प्रभाव:
- 2,095 कैटलॉग की गई वस्तुएँ पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश (Re-entry) कर चुकी हैं।
भारतीय परिदृश्य
- कुल प्रक्षेपित: 2024 तक पृथ्वी की कक्षा में 136 भारतीय अंतरिक्ष यान, जिनमें निजी और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा लॉन्च किए गए उपग्रह शामिल हैं।
- सक्रिय उपग्रह:
- निम्न पृथ्वी कक्षा (LEO) में 22।
- स्थिर भू-स्थैतिक कक्षा (GEO) में 31।
- सक्रिय गहरे अंतरिक्ष मिशन:
- चंद्रयान-2 ऑर्बिटर (CH2O)।
- आदित्य-L1 (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज बिंदु पर)।
- चंद्रयान-3 प्रणोदन मॉड्यूल, जिसे उच्च पृथ्वी कक्षा में पुनः तैनात किया गया।
- ऐतिहासिक मलबा:
- PSLV-C3 ऊपरी चरण, जो 2001 में विघटित हुआ, इससे 371 टुकड़े बने, जिनमें से 41 अभी भी कक्षा में हैं।
- उपग्रह पुनः प्रवेश (Satellite Re-entries):
- अब तक 31 भारतीय उपग्रह समाप्त हो चुके हैं, जिनमें से 9 ने 2024 में पुनः प्रवेश किया।
Source: ISRO
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2025
पाठ्यक्रम: विविध
प्रसंग
- भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में नर्सों को प्रदान किया।
पुरस्कार के बारे में
- यह फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जो आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक थीं, के नाम पर रखा गया है।
- इसे भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 1973 में स्थापित किया गया।
- यह उन नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों की उत्कृष्ट सेवाओं को मान्यता देता है, जिन्होंने समाज में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
- कुल 15 पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं:
- पंजीकृत सहायक नर्स एवं दाई (Auxiliary Nurse & Midwife)
- पंजीकृत नर्स एवं दाई (Registered Nurses and Midwife)
- पंजीकृत लेडी विज़िटर (Registered Lady Visitor)
- पात्र प्राप्तकर्त्ता वे नर्सिंग कर्मी हैं, जो केंद्र/राज्य सरकारों, केंद्रशासित प्रदेशों और स्वयंसेवी संगठनों में कार्यरत हैं, चाहे वे अस्पतालों, सामुदायिक स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों या प्रशासन में हों।
- प्रत्येक पुरस्कार में शामिल हैं:
- योग्यता प्रमाणपत्र
- ₹1,00,000/- की नकद राशि
- एक पदक
Source: PIB
स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी
पाठ्यक्रम :विविध
समाचार में
- फैजान ज़की, टेक्सास के 13 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र, ने 2025 स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी प्रतियोगिता जीत ली। उन्होंने “eclaircissement” शब्द को 21वें दौर में सही तरीके से लिखा।
- ज़की बी इतिहास में केवल पाँचवें प्रतियोगी हैं जिन्होंने पिछले वर्ष दूसरे स्थान पर आने के बाद विजयी स्थान प्राप्त किया।
स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी
- यह अमेरिकी शैक्षिक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य छात्रों की वर्तनी (स्पेलिंग) सुधारना, शब्दावली का विस्तार करना, अवधारणाओं को समझना और अंग्रेज़ी भाषा के सही उपयोग को विकसित करना है।
- इसे E.W. Scripps कंपनी द्वारा गैर-लाभकारी संगठन के रूप में संचालित किया जाता है।
- पहली स्पेलिंग बी प्रतियोगिता 1925 में वाशिंगटन, डी.सी. में आयोजित की गई थी, जिसमें सिर्फ नौ बच्चे शामिल हुए थे।
- इस वर्ष 200 से अधिक छात्र प्रतिस्पर्धा में शामिल हुए।
- नूपुर लाला 1999 में प्रतियोगिता जीतने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी थीं।
Source :ET
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