पाठ्यक्रम: GS3/ पर्यावरण
समाचार में
- वैश्विक मीथेन स्थिति रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने COP30 में बेलेम में जारी किया।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
- मीथेन उत्सर्जन बढ़ रहा है: कड़े अपशिष्ट नियमों और बेहतर निगरानी के बावजूद, वैश्विक प्रवृत्तियाँ 2030 तक मीथेन को 30% तक कम करने के लक्ष्य से काफी पीछे हैं।
- शक्ति और प्रभाव: मीथेन 20-वर्षीय समयावधि में CO₂ से लगभग 80 गुना अधिक शक्तिशाली है और वर्तमान तापमान वृद्धि का लगभग एक-तिहाई हिस्सा इसके कारण है।
- मीथेन उत्सर्जन: भारत ने 2020 में लगभग 31 मिलियन टन मीथेन उत्सर्जित किया, जो वैश्विक उत्सर्जन का 9% है। यह वैश्विक कृषि मीथेन का 12% योगदान करता है—जो विश्व में सबसे अधिक है।
- कृषि प्रोफ़ाइल: पशुधन (एंटेरिक फर्मेंटेशन) सबसे बड़ा स्रोत है, इसके बाद धान की खेती आती है, जिसके उत्सर्जन में 2030 तक 8% वृद्धि का अनुमान है। फसल अवशेष जलाना बढ़ रहा है, जिससे भारत एक वैश्विक हॉटस्पॉट बन रहा है।
मीथेन के बारे में
- यह एक अल्पकालिक जलवायु प्रदूषक है (12-वर्षीय वायुमंडलीय आयु)।
- यह 20 वर्षों में CO₂ से 80–84 गुना और 100 वर्षों में 28–34 गुना अधिक शक्तिशाली है।
- वैश्विक मुख्य स्रोत: कृषि (40%), ऊर्जा (35%), और अपशिष्ट (20%)।
मीथेन प्रदूषण को कम करने की पहल
वैश्विक पहल
- ग्लोबल मीथेन प्लेज (GMP), 2021:
- 2020 स्तरों से 2030 तक मीथेन उत्सर्जन को 30% कम करने के लिए स्वैच्छिक अंतरराष्ट्रीय ढाँचा।
- COP26 में अमेरिका, यूरोपीय संघ और क्लाइमेट एंड क्लीन एयर कोएलिशन (CCAC) द्वारा शुरू किया गया।
- भारत ने इस प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
- इंटरनेशनल मीथेन एमिशन ऑब्ज़र्वेटरी (IMEO) – UNEP:
- उपग्रह और जमीनी डेटा का उपयोग करने वाली वैश्विक वैज्ञानिक और निगरानी प्रणाली।
- मीथेन उत्सर्जन का पता लगाती है, सत्यापित करती है और रिपोर्ट करती है।
- तेल और गैस संचालन, कोयला खदानों और लैंडफिल पर केंद्रित।
- ऑयल एंड गैस मीथेन पार्टनरशिप 2.0 (OGMP 2.0):
- कंपनियों के लिए मीथेन रिसाव को मापने और कम करने हेतु UN-नेतृत्व वाला ढाँचा।
- वैश्विक तेल और गैस संचालन का लगभग 70% कवर करता है।
भारत की पहल
- राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA):
- जलवायु-सहनशील और कम-उत्सर्जन वाली कृषि को बढ़ावा देता है।
- मिट्टी के स्वास्थ्य, जल दक्षता और फसल विविधीकरण पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से मीथेन कम होता है।
- धान कृषि से मीथेन कम करने की तकनीकें और प्रथाएँ
- सिस्टम ऑफ़ राइस इंटेंसिफिकेशन (SRI): बाढ़ और अवायवीय अपघटन को कम करता है, जिससे मीथेन 30–70% तक घटता है।
- अपशिष्ट क्षेत्र की पहल
- स्वच्छ भारत मिशन और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम (2016):
- लैंडफिल डिज़ाइन में सुधार करते हैं।
- बायोमीथनेशन और कम्पोस्टिंग को बढ़ावा देते हैं।
Source: TH
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संक्षिप्त समाचार 20-11-2025