- भारत ने मालदीव को समर्थन देने के लिए 50 मिलियन डॉलर का ट्रेजरी बिल रोलओवर किया है। ट्रेजरी बिल वे अल्पकालिक ऋण उपकरण होते हैं जिन्हें किसी सरकार द्वारा तत्काल वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जारी किया जाता है।
- 50 मिलियन डॉलर के ट्रेजरी बिल का रोलओवर मालदीव को अस्थायी राहत प्रदान करता है, जो कि भारी ऋण और आर्थिक तनाव का सामना रहा है।
- आर्थिक चुनौतियों और द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बावजूद, यह वित्तीय सहायता विस्तार भारत की रणनीतिक रुचि को दर्शाता है कि वह हिंद महासागर क्षेत्र में अपने प्रमुख साझेदार मालदीव के साथ स्थिर संबंध बनाए रखना चाहता है।
- इस लेनदेन को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा पूरा किया गया, जो भारत की मालदीव की वित्तीय स्थिरता में सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है। Read More
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Daily Current Affairs in Hindi – 14 May, 2025
PDF - भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) ने श्रीनगर में एक नया क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया है, जिसने क्षेत्र में तीन राष्ट्रीय जलमार्गों - चिनाब नदी (NW-26), झेलम नदी (NW-49), और रावी नदी (NW-84) को बेहतर बनाने के लिए ₹100 करोड़ की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 ने देश में 111 अंतर्देशीय जलमार्गों को 'राष्ट्रीय जलमार्ग' (NW) घोषित किया है, ताकि उन पर शिपिंग और नौवहन को बढ़ावा दिया जा सके।
- वर्तमान में, भारतीय नौसेना गंगा-भागीरथी-हुगली नदियों, ब्रह्मपुत्र, बराक नदी, गोवा की नदियों, केरल के बैकवाटर, मुंबई के अंतर्देशीय जल और गोदावरी-कृष्णा नदियों के डेल्टा क्षेत्रों में कुछ हिस्सों में परिचालन करती है। Read More
भारत में अंतर्देशीय जल परिवहन को सुदृढ़ बनाना
संदर्भ
भारत में अंतर्देशीय जल परिवहन
- उपभोक्ता विश्वास और किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार देशव्यापी प्राकृतिक खेती प्रमाणन प्रणाली (NFCS) प्रारंभ करने की संभावना है।
- प्राकृतिक खेती एक रसायन मुक्त कृषि प्रणाली है जो भारतीय परंपरा पर आधारित है तथा पारिस्थितिकी, संसाधन पुनर्चक्रण और कृषि संसाधन अनुकूलन की आधुनिक समझ से समृद्ध है।
- शून्य बजट प्राकृतिक खेती (ZBNF): सुभाष पालेकर द्वारा प्रचारित एक लोकप्रिय मॉडल, जिसका उद्देश्य इनपुट लागत में भारी कमी लाना है।
- बीजामृत: प्राकृतिक बीज उपचार। जीवामृत: किण्वित गाय के गोबर और मूत्र का उपयोग करके मृदा का टीकाकरण। मल्चिंग और वाफासा: मृदा की नमी बनाए रखना और वायु को बाहर निकालना। Read More
प्राकृतिक खेती प्रमाणन प्रणाली
संदर्भ
प्राकृतिक खेती क्या है?
- डेनमार्क ने कासो में विश्व का पहला वाणिज्यिक स्तर का ई-मेथनॉल संयंत्र लॉन्च किया है।
- परिचय: मेथनॉल (CH₃OH) एक हल्का, वाष्पशील और ज्वलनशील द्रव अल्कोहल है। पारंपरिक रूप से इसे प्राकृतिक गैस और कोयले से उत्पादित किया जाता है और इसका उपयोग रसायनों, ईंधनों और प्लास्टिक में किया जाता है।
- अनुप्रयोग: शिपिंग ईंधन प्लास्टिक उत्पादन ईंधन सेल निर्माण आदि।
- उच्च लागत: अभी यह जीवाश्म ईंधनों की तुलना में मूल्य प्रतिस्पर्धी नहीं है; 2035 तक मूल्य समानता की संभावना है। Read More
विश्व का प्रथम व्यावसायिक पैमाने का ई-मेथनॉल संयंत्र डेनमार्क में खुला
संदर्भ
मेथनॉल क्या है?
- अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) की समुद्री पर्यावरण संरक्षण समिति (MEPC-83) के 83वें सत्र में, अंतर्राष्ट्रीय नौवहन के डीकार्बोनाइजेशन के लिए बाज़ार आधारित उपाय (MBM) अपनाने पर एक महत्त्वपूर्ण मतदान किया गया।
- ग्रीन शिपिंग समुद्री उद्योग में पर्यावरणीय रूप से सतत् प्रथाओं और तकनीकों को संदर्भित करता है, जो शिपिंग गतिविधियों के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए उपयोग की जाती हैं। इसमें ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन को कम करना, ऊर्जा दक्षता में सुधार और समुद्री प्रदूषण को न्यूनतम करना शामिल है।
- वैश्विक उत्सर्जन: नौवहन उद्योग प्रति वर्ष लगभग 1 बिलियन टन GHG उत्सर्जित करता है, जो वैश्विक उत्सर्जन का लगभग 2.8% है।
- भविष्य की संभावनाएँ: यदि कोई रोकथाम नहीं की जाती, तो 2050 तक उत्सर्जन 50–250% तक बढ़ सकता है। Read More
शिपिंग उद्योग उत्सर्जन से कैसे निपट रहा है?
संदर्भ
ग्रीन शिपिंग क्या है?
- भारत के राष्ट्रपति ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
- प्रारंभिक जीवन और करियर: अहमद का जन्म 1905 में हुआ था। उन्होंने दिल्ली में अपनी शिक्षा प्राप्त की और बाद में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। भारत लौटने के बाद, उन्होंने वकालत की और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ गए।
- स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका: उन्होंने व्यक्तिगत सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिसके कारण उन्हें 1942 में गिरफ्तार किया गया। वे महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे।
- स्वतंत्र भारत में करियर: वे 1952 में राज्यसभा के लिए चुने गए और बाद में 1967 में लोकसभा पहुँचे। उन्होंने खाद्य और कृषि, सहकारिता, शिक्षा, औद्योगिक विकास, कंपनी कानून जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभाली। Read More