- वर्तमान में वैश्विक जहाज निर्माण में भारत की हिस्सेदारी 1% से भी कम है, लेकिन भारत 2047 तक इस क्षेत्र में विश्व के शीर्ष पांच देशों में शामिल होने की दिशा में अग्रसर है।
- जहाज निर्माण का तात्पर्य परिवहन, रक्षा और व्यापार के लिए उपयोग किए जाने वाले जलपोतों के निर्माण, मरम्मत एवं रखरखाव से है।
- यह कार्य विशेषीकृत सुविधाओं में किया जाता है जिन्हें शिपयार्ड कहा जाता है, जो बड़े पैमाने की परियोजनाओं और जटिल असेंबली प्रक्रियाओं को संभालने के लिए सुसज्जित होते हैं।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र 2023 में जहाज निर्माण और मरम्मत बाजार का सबसे बड़ा क्षेत्र था, जिसकी हिस्सेदारी 49% या $118.12 बिलियन थी।
- इसके बाद पश्चिमी यूरोप, उत्तर अमेरिका और अन्य क्षेत्र आते हैं। Read More
Home / Daily Current Affairs in Hindi / 11-09-2025
Daily Current Affairs in Hindi – 11 September, 2025
PDF - 48वां वार्षिक महासागर कानून एवं नीति सम्मेलन (COLP48) “महासागर शासन के विकासशील देशों के दृष्टिकोण: हिंद महासागर क्षेत्र से परिप्रेक्ष्य” विषय के अंतर्गत आयोजित किया गया।
- COLP के लगभग पांच दशकों के इतिहास में यह प्रथम बार है जब यह सम्मेलन भारतीय उपमहाद्वीप में आयोजित किया गया है।
- यह सम्मेलन स्टॉकटन सेंटर फॉर इंटरनेशनल लॉ, यू.एस. नेवल वॉर कॉलेज और गुजरात मेरीटाइम यूनिवर्सिटी द्वारा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया।
- आयोजक: परंपरागत रूप से यह सम्मेलन यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ (USA) के सेंटर फॉर ओशन्स लॉ एंड पॉलिसी द्वारा आयोजित किया जाता है।
- उद्देश्य: संयुक्त राष्ट्र समुद्र कानून संधि (UNCLOS), समुद्री सीमाएं, नौवहन की स्वतंत्रता और समुद्री संसाधनों के सतत उपयोग से संबंधित कानूनी एवं नीतिगत मुद्दों पर संवाद को बढ़ावा देना। Read More
हिंद महासागर क्षेत्र: अवसर और चुनौतियाँ
संदर्भ
48वां वार्षिक महासागर कानून एवं नीति सम्मेलन (COLP48) के बारे में
- भारत 2070 तक नेट ज़ीरो उत्सर्जन प्राप्त करने के प्रयासों के अंतर्गत, सतत विमानन ईंधन (SAF) पर एक राष्ट्रीय नीति और 2050 तक की दीर्घकालिक रूपरेखा तैयार कर रहा है।
- यह जीवाश्म-आधारित जेट ईंधन का जैव-आधारित विकल्प है, जिसे गैर-खाद्य तेलों, प्रयुक्त खाना पकाने के तेल, शैवाल और कृषि अपशिष्ट से उत्पादित किया जा सकता है। Read More
सतत विमानन ईंधन पर राष्ट्रीय नीति (SAF)
संदर्भ
सतत विमानन ईंधन (SAF) के बारे में
- वैज्ञानिकों ने अटलांटिक महासागर के नीचे न्यू जर्सी से मेन तक फैले एक विशाल अपतटीय स्वच्छ जल के जलभृत की पुष्टि की है, जो समुद्र के नीचे भूजल की खुदाई के लिए प्रथम वैश्विक प्रणालीबद्ध अभियान को चिह्नित करता है।
- अपतटीय जलभृत समुद्र तल के नीचे स्थित छिद्रयुक्त चट्टानों या तलछट की भूमिगत संरचनाएं होती हैं, जो स्वच्छ जल से संतृप्त होती हैं।
- ये स्थल-आधारित जलभृतों के समान होते हैं, लेकिन उथले तटीय जल के नीचे डूबे रहते हैं और तटरेखा से लगभग 90 किमी तक फैले होते हैं। 2021 में पर्यावरण अनुसंधान पत्र में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, महासागरों के नीचे लगभग 10 लाख घन किलोमीटर स्वच्छ जल उपस्थित है, जो पृथ्वी के स्थल-आधारित भूजल भंडार का लगभग 10% है। Read More
अपतटीय जलभृतों का महत्व
संदर्भ
अपतटीय जलभृत क्या हैं?
- 56वीं GST परिषद की बैठक में ड्रोन पर GST को घटाकर समान रूप से 5 प्रतिशत निर्धारित करने से देश के तीव्रता से बढ़ते ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
- उद्योग अनुमानों के अनुसार, वैश्विक ड्रोन बाजार का मूल्य 2025 तक $30 बिलियन से अधिक है और 2030 तक यह $90–100 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है, जिसका प्रमुख कारण एआई, ऑटोमेशन और 5G एकीकरण का तीव्रता से अपनाया जाना है।
- भारत स्वदेशी ड्रोन और काउंटर-ड्रोन तकनीकों को प्रोत्साहित कर रहा है, जिसके लिए $230 मिलियन के सहायता पैकेज प्रदान किए गए हैं, ताकि आयात पर निर्भरता कम की जा सके और खरीद दक्षता को बढ़ाया जा सके। Read More
GST सुधार से भारत के ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहन
संदर्भ
ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र
- देश भर के अनुसूचित जनजाति समुदायों के शोधार्थियों ने अनुसूचित जनजातियों के लिए राष्ट्रीय फैलोशिप के अंतर्गत धनराशि के वितरण में महीनों की देरी और अनियमितताओं की सूचना दी है।
- यह केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित एक छात्रवृत्ति कार्यक्रम है।
- यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है और यह अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों (केवल मनोरोग सामाजिक कार्य/ नैदानिक मनोविज्ञान में एम.फिल.), एकीकृत एम.फिल.+ पीएच.डी. और पीएच.डी. पाठ्यक्रमों के लिए प्रति वर्ष 750 छात्रवृत्तियाँ प्रदान करती है, जिनका भुगतान अधिकतम पाँच वर्षों की अवधि के लिए त्रैमासिक किश्तों में किया जाना है।
- आवेदन राष्ट्रीय फैलोशिप पोर्टल पर ऑनलाइन आमंत्रित किए जाते हैं।
- इस योजना का उद्देश्य अनुसूचित जनजाति के छात्रों को फैलोशिप के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करके उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है। Read More