संयुक्त राष्ट्र की सभी के लिए प्रारंभिक चेतावनी (EW4All) पहल

पाठ्यक्रम: GS 3/पर्यावरण

समाचार में 

  • जिनेवा में आयोजित विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की असाधारण कांग्रेस में, इसके 193 सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र की “सभी के लिए प्रारंभिक चेतावनी” (EW4All) पहल के अंतर्गत 2027 तक सार्वभौमिक प्रारंभिक चेतावनी कवरेज सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
  • प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली एक समन्वित दृष्टिकोण है जो खतरे की निगरानी, पूर्वानुमान, आपदा जोखिम मूल्यांकन, संचार और तैयारी को जोड़ती है ताकि जीवन, आजीविका और जोखिम में पड़ी संपत्तियों को बचाने के लिए समय पर कार्रवाई की जा सके।

संयुक्त राष्ट्र की “सभी के लिए प्रारंभिक चेतावनी” (EW4All) पहल 

  • संयुक्त राष्ट्र समर्थित EW4All पहल की शुरुआत 2022 में महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा की गई थी। 
  • इसका नेतृत्व WMO, संयुक्त राष्ट्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (UNDRR), अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU), और रेड क्रॉस व रेड क्रिसेंट सोसाइटीज का अंतर्राष्ट्रीय संघ (IFRC) कर रहे हैं। 
  • इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति — चाहे वह कहीं भी रहता हो — चक्रवात, बाढ़, हीटवेव या सूखे जैसे खतरों के लिए जीवन रक्षक चेतावनियों से सुरक्षित हो। 
  • EW4All पहल का लक्ष्य मौसम, जल और जलवायु से संबंधित खतरों — जैसे चक्रवात, बाढ़, हीटवेव और सूखा — के बढ़ते खतरे से निपटना है। 
  • यह पहल प्रारंभिक चेतावनी की पूरी “मूल्य श्रृंखला” को सुदृढ़ करने पर केंद्रित है:
    • खतरों की निगरानी और पूर्वानुमान
    • जोखिमों का मूल्यांकन
    • चेतावनियों का प्रसार
    • यह सुनिश्चित करना कि समुदाय उन पर कार्रवाई कर सकें

प्रारंभिक चेतावनी की आवश्यकता

  • समय पर चेतावनी (24 घंटे के भीतर) आपदा से होने वाले नुकसान को 30% तक कम कर सकती है।
  • जिन देशों में बहु-खतरा प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली नहीं है, वहां आपदा मृत्यु दर छह गुना अधिक और प्रभाव चार गुना अधिक होता है।
  • 1970 से अब तक, चरम मौसम घटनाओं से वैश्विक स्तर पर आर्थिक हानि US$4 ट्रिलियन से अधिक हो चुका है।

चुनौतियाँ 

  • प्रगति के बावजूद, गंभीर असमानताएँ बनी हुई हैं:
    • 2024 तक, केवल 108 देशों के पास बहु-खतरा प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली की कुछ क्षमता है—2014 में यह संख्या 52 थी।
    • सबसे कम विकसित देश (LDCs), छोटे द्वीपीय विकासशील राज्य (SIDS), और संघर्ष प्रभावित क्षेत्र अत्यधिक जोखिम में हैं।
    • जिन देशों में पर्याप्त प्रणाली नहीं है, वहां आपदा मृत्यु दर छह गुना अधिक है और चार गुना अधिक लोग प्रभावित होते हैं।
    • तकनीकी बाधाओं में कमजोर निगरानी नेटवर्क, सीमित डेटा साझाकरण, अपर्याप्त वित्तपोषण और समुदायों में विश्वास व समझ की कमी शामिल हैं।
    • विगत 50 वर्षों में जलवायु से संबंधित आपदाओं ने 2 मिलियन लोगों की जान ली है, जिनमें से 90% विकासशील देशों में थे।

प्रगति 

  • EW4All पहल ने वैश्विक कार्रवाई को प्रेरित किया है:
    • WMO की 2025 कांग्रेस में 193 सदस्य देशों ने 2027 तक सार्वभौमिक कवरेज के लिए एक कॉल टू एक्शन को समर्थन दिया।
    • देश-नेतृत्व वाले मूल्यांकन और साझेदारियाँ खतरे की निगरानी, पूर्वानुमान और शासन में सुधार ला रही हैं।
    • आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सेंडाई फ्रेमवर्क के साथ एकीकरण व्यापक संयुक्त राष्ट्र लक्ष्यों के साथ संरेखण सुनिश्चित करता है।

सुझाव 

  • 2027 लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र और WMO ने निम्नलिखित आह्वान किया है:
    • प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों को राष्ट्रीय जलवायु और आपदा नीतियों में शामिल करना
    • दीर्घकालिक, पूर्वानुमेय वित्तपोषण सुनिश्चित करना
    • राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवाओं को स्पष्ट अधिकार देना
    • समावेशी संचार के लिए वैज्ञानिक और पारंपरिक ज्ञान को मिलाना
    • पूर्वानुमान की सटीकता बढ़ाने के लिए AI और नवाचार का उपयोग करना

Source :DTE 

 

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