पाठ्यक्रम: GS2/शासन/GS3/गरीबी
संदर्भ
- ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) विश्व के सबसे बड़े गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों में से एक है।
मिशन के बारे में
- प्रारंभ: इसे 2010 में स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) का पुनर्गठन करके शुरू किया गया था।
- इस पहल को 2016 में दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) नाम दिया गया।
- उद्देश्य: यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य स्वरोजगार और कौशल आधारित वेतन रोजगार के माध्यम से ग्रामीण गरीबी को कम करना है।
- महिला केंद्रित मॉडल: यह मिशन महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और संघों के माध्यम से ऋण, बाजार एवं तकनीक से जोड़कर आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देता है।

DAY-NRLM का क्रियान्वयन
- सामुदायिक संस्थाएं: DAY-NRLM गरीबों, विशेष रूप से महिलाओं के लिए सुदृढ़ संस्थाओं जैसे स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के निर्माण को प्रोत्साहन देता है।
- ये संस्थाएं उन्हें दीर्घकालिक सहयोग प्रदान करती हैं ताकि वे अपनी आजीविका में विविधता ला सकें, आय बढ़ा सकें और जीवन की गुणवत्ता सुधार सकें।
- SHG की महिलाओं को सामुदायिक संसाधन व्यक्ति (CRPs) के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है – जैसे कृषी सखी, पशु सखी, बैंक सखी, बीमा सखी, बैंकिंग संवाददाता सखी आदि।
- उद्यमिता संवर्धन: यह मिशन हस्तशिल्प और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में स्टार्ट-अप विलेज उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) जैसी उप-योजनाओं के माध्यम से सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा देता है।
- कौशल विकास और रोजगार कार्यक्रम: मंत्रालय DAY-NRLM के अंतर्गत दो केंद्र प्रायोजित योजनाएं लागू करता है:
- दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDU-GKY): 15–35 वर्ष के ग्रामीण युवाओं को प्लेसमेंट से जुड़ा कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है।
- जून 2025 तक कुल 17.50 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है और 11.48 लाख को रोजगार मिला है।
- ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETIs): 18–50 वर्ष के युवाओं के लिए बैंक प्रायोजित केंद्र हैं जो उद्यमिता प्रशिक्षण प्रदान करते हैं और स्वरोजगार एवं वेतन रोजगार को बढ़ावा देते हैं, साथ ही बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण लागत के लिए वित्तीय सहायता भी देते हैं।
- जून 2025 तक कुल 56.69 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है और 40.99 लाख को रोजगार मिला है।
- दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDU-GKY): 15–35 वर्ष के ग्रामीण युवाओं को प्लेसमेंट से जुड़ा कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है।
- कौशल विकास में अग्रणी राज्य: उत्तर प्रदेश, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक।
मिशन की उपलब्धियाँ
- पूरे भारत में 90.9 लाख SHGs के माध्यम से 10.05 करोड़ ग्रामीण परिवारों को संगठित किया गया।
- उद्यमिता कार्यक्रमों के माध्यम से 4.6 करोड़ महिला किसानों और 3.74 लाख उद्यमों को समर्थन दिया गया।
- DDU-GKY के अंतर्गत 17.5 लाख ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें से 11.48 लाख को रोजगार मिला।
- ग्रामीण वित्तीय समावेशन और ऋण पहुंच को बढ़ावा देने के लिए 47,952 बैंक सखियों की तैनाती की गई।
- कृषि, गैर-काष्ठ वन उत्पाद, पशुपालन और गैर-कृषि उद्यमों के माध्यम से सतत आजीविका को बढ़ावा दिया गया।
- DAY-NRLM के तहत उच्च प्रदर्शन करने वाले राज्य: बिहार, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश।
निष्कर्ष
- महिला सशक्तिकरण, वित्तीय समावेशन और सतत आजीविका पर बल देने के साथ, DAY-NRLM समुदाय आधारित गरीबी उन्मूलन के लिए एक वैश्विक मॉडल के रूप में खड़ा है।
- ग्रामीण महिलाओं को उद्यमी, नेता और परिवर्तनकारी बनाने के माध्यम से यह मिशन भारत के गांवों में समावेशी एवं लचीली वृद्धि को निरंतर आगे बढ़ा रहा है।
Source: PIB
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