पाठ्यक्रम: GS3/ कृषि
संदर्भ
- प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली में एक विशेष कृषि कार्यक्रम के दौरान दो नई कृषि योजनाएँ — प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन — का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY)
- यह 11 मंत्रालयों की 36 उप-योजनाओं को समन्वित रूप से जोड़ने वाली एक पहल है, जिसका उद्देश्य आकांक्षी जिलों में कृषि प्रगति को तीव्र करना है।
- यह योजना 100 कम प्रदर्शन करने वाले कृषि जिलों को लक्षित करती है, जिसके लिए ₹24,000 करोड़ का वार्षिक व्यय 6 वर्षों तक (2025–26 से शुरू) निर्धारित किया गया है।
- जिलों की पहचान तीन प्रमुख संकेतकों के आधार पर की जाएगी — कम उत्पादकता, कम फसल तीव्रता और कम ऋण वितरण।
- लक्षित लाभार्थी: 1.7 करोड़ किसान।
- एक डिजिटल डैशबोर्ड, किसान ऐप एवं जिला रैंकिंग प्रणाली पारदर्शिता, पहुंच और जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे।
- योजना के उद्देश्य:
- कृषि उत्पादकता को बढ़ाना।
- फसल विविधीकरण और सतत कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करना।
- पंचायत और ब्लॉक स्तर पर कटाई के बाद भंडारण क्षमता को बढ़ाना।
- विश्वसनीय जल पहुंच के लिए सिंचाई अवसंरचना को सुधारना।
- किसानों को अल्पकालिक और दीर्घकालिक कृषि ऋण तक बेहतर पहुंच प्रदान करना।

दलहन आत्मनिर्भरता मिशन
- यह मिशन 2025–26 से 2030–31 तक के लिए ₹11,440 करोड़ के बजट आवंटन के साथ शुरू किया गया है।
- इसका उद्देश्य भारत को दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि बढ़ती घरेलू मांग के मद्देनज़र आयात पर निर्भरता कम हो सके।
- इसका लक्ष्य घरेलू दाल उत्पादन को 350 लाख टन तक बढ़ाना और 2030–31 तक खेती का क्षेत्रफल 310 लाख हेक्टेयर तक विस्तारित करना है।
- इसका उद्देश्य चार वर्षों तक तुर, उड़द और मसूर की 100 प्रतिशत खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सुनिश्चित करना है।
- कुल 88 लाख मुफ्त बीज किट और 126 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज किसानों को वितरित किए जाएंगे।

Source: AIR
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