पाठ्यक्रम: GS2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध
संदर्भ
- फिलीपींस के राष्ट्रपति ने 2022 में पदभार ग्रहण करने के पश्चात प्रथम भारत की यात्रा की।
परिचय
- भारत और फिलीपींस ने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाते हुए रक्षा और समुद्री सहयोग को मजबूत करने, सीधी उड़ानों की शुरुआत करने तथा एक नए व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने का निर्णय लिया है।
- दोनों पक्षों ने एक वरीयता प्राप्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने की घोषणा की।
- रक्षा समझौते में “क्षमता निर्माण, संयुक्त समुद्री गतिविधियाँ, और अधिकारियों के बीच प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आदान-प्रदान” शामिल होगा।
- भारत ने फिलीपींस को हिंद महासागर क्षेत्र के लिए अपने सूचना संलयन केंद्र में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
भारत और फिलीपींस संबंधों का संक्षिप्त विवरण
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: 1949 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए।
- साझा औपनिवेशिक इतिहास, लोकतांत्रिक मूल्यों और रक्षा, व्यापार, निवेश तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान में समान हितों पर आधारित।
- 2024–25 में राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई गई।
- लुक ईस्ट और एक्ट ईस्ट नीति: भारत ने 1992 में लुक ईस्ट नीति शुरू की और ASEAN के साथ साझेदारी को सुदृढ़ किया, जिससे फिलीपींस सहित क्षेत्रीय देशों के साथ संबंध बेहतर हुए।
- 2014 में शुरू की गई एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत भारत-फिलीपींस संबंध राजनीतिक-सुरक्षा, व्यापार-उद्योग और जन-जन के स्तर पर और विविध हुए।
- रक्षा और सुरक्षा सहयोग: 2006 में रक्षा सहयोग समझौता हस्ताक्षरित हुआ।
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल सौदा: 2022 में $375 मिलियन का अनुबंध हुआ, भारत ने 2024 में ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली की प्रथम बैच दिया, जिससे फिलीपींस इसे प्राप्त करने वाला प्रथम विदेशी देश बना।
- समुद्री सुरक्षा: संयुक्त गश्त, क्षमता निर्माण और हाइड्रोग्राफिक सहयोग।
- नियमित संवाद: संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (JDCC) और सेवा-से-सेवा स्टाफ वार्ता।
- द्विपक्षीय व्यापार: 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर US$ 3.5 बिलियन तक पहुंचा।
- व्यापार को सुगम बनाने के लिए दोनों देशों ने सीमा शुल्क मामलों में सहयोग और पारस्परिक सहायता पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसे 2023 में अनुमोदित किया गया।
- वरीयता प्राप्त व्यापार समझौते (PTA) पर बातचीत 2023 में पुनः शुरू हुई।
- भारतीय प्रवासी: फिलीपींस में भारतीय प्रवासियों की संख्या 70,000 से अधिक अनुमानित है।
- लगभग 800 भारतीय पेशेवर भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत हैं।
- बहुपक्षीय और क्षेत्रीय सहयोग: दोनों देश ASEAN क्षेत्रीय मंच (ARF), पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (EAS), भारत-ASEAN संवाद तंत्र और BIMSTEC (फिलीपींस पर्यवेक्षक सदस्य) के सदस्य हैं।
भारत के लिए फिलीपींस का महत्व
- रणनीतिक और सुरक्षा हित:फिलीपींस दक्षिण-पूर्व एशिया का एक प्रमुख देश है, जो भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- दोनों देशों की समान रुचि है दक्षिण चीन सागर में नौवहन की स्वतंत्रता बनाए रखने और क्षेत्रीय सुरक्षा खतरों का सामना करने में।

- आर्थिक अवसर: फिलीपींस एक उभरता हुआ बाजार है जिसमें व्यापार और निवेश की संभावनाएं हैं।
- दोनों देश नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं खोज रहे हैं।
- क्षेत्रीय सहयोग: दोनों देश ASEAN और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन जैसे क्षेत्रीय मंचों के सदस्य हैं।
- इन मंचों में सहयोग क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने और आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
संबंधों में चुनौतियाँ
- सीमित आर्थिक भागीदारी: विकास के बावजूद, दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के आकार को देखते हुए द्विपक्षीय व्यापार अभी भी सीमित है।
- PTA पर धीमी प्रगति: वरीयता प्राप्त व्यापार समझौते पर बातचीत अभी प्रारंभिक चरण में है।
- समुद्री सुरक्षा में अंतराल: समझौते होने के बावजूद, वास्तविक समय में समुद्री सहयोग और संयुक्त गश्त सीमित हैं।
- दक्षिण चीन सागर तनाव: फिलीपींस की संवेदनशीलता और बाहरी हस्तक्षेप को लेकर सतर्कता गहन सैन्य सहयोग को बाधित करती है।
- क्षेत्रीय भू-राजनीति और चीन कारक: चीन के साथ फिलीपींस के जटिल संबंध और अमेरिका पर रक्षा निर्भरता भारत के साथ खुले रणनीतिक सहयोग की इच्छा को सीमित करती है।
निष्कर्ष
- हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भू-राजनीतिक परिस्थितियाँ, विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा की चिंताएँ और चीन के बढ़ते प्रभाव, दोनों देशों को रणनीतिक और रक्षा सहयोग को गहरा करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
- भारत की तकनीकी एवं नवाचार में सुदृढ़ता, और फिलीपींस के बढ़ते तकनीकी क्षेत्र के साथ मिलकर, आईटी, डिजिटल अर्थव्यवस्था और स्टार्ट-अप्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं प्रस्तुत करती हैं।
- इन क्षेत्रों में निरंतर प्रयास एक सुदृढ़ और बहुआयामी साझेदारी की ओर ले जा सकते हैं।
Source: TH