पाठ्यक्रम: GS3/ विज्ञान और प्रौद्योगिकी
संदर्भ
- 2025 ब्रेकथ्रू प्राइज इन फंडामेंटल फिजिक्स को CERN के लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC) में काम करने वाली चार प्रयोगात्मक सहयोग टीमों—ATLAS, CMS, ALICE और LHCb को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
- इन चार टीमों ने हिग्स बोसॉन का अध्ययन किया, जिसे इलेक्ट्रॉनों, फोटॉनों और न्यूट्रिनो की तरह मौलिक कण माना जाता है।
ब्रेकथ्रू प्राइज क्या हैं?
- ब्रेकथ्रू प्राइज की स्थापना सर्गेई ब्रिन, प्रिसिला चान, मार्क जकरबर्ग, यूरी और जूलिया मिलनर, और ऐनी वोज्सिकी द्वारा की गई थी।
- इन्हें प्रायः“विज्ञान के ऑस्कर” के रूप में संदर्भित किया जाता है, और ये जीवन विज्ञान, मौलिक भौतिकी और गणित में अग्रणी उपलब्धियों को सम्मानित करते हैं।
- उद्देश्य: वैज्ञानिकों को समाज के नायकों के रूप में मान्यता देना, युवाओं को विज्ञान के प्रति प्रेरित करना, और “सभी के लाभ के लिए विज्ञान” को बढ़ावा देना।
वैश्विक सहयोग में भारत की भूमिका
- भारतीय वैज्ञानिकों ने ALICE (A Large Ion Collider Experiment) और CMS (Compact Muon Solenoid) प्रयोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- ALICE में योगदान: यह क्वार्क-ग्लूऑन प्लाज्मा (QGP) का अध्ययन करने पर केंद्रित है, जो बिग बैंग के ठीक बाद उपस्थित पदार्थ की अवस्था माना जाता है।
- CMS में योगदान: भारतीय संस्थानों ने डिटेक्टर विकास, सॉफ्टवेयर उपकरण और डेटा विश्लेषण में योगदान दिया, जो हिग्स बोसॉन की खोज में महत्त्वपूर्ण था।
लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC)
- LHC विश्व का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली कण त्वरक है, जो उच्च-ऊर्जा प्रोटॉन और भारी-आयन टकराव के माध्यम से पदार्थ की सबसे छोटी संरचनाओं की खोज करता है।
- यह CERN में स्थित 27 किलोमीटर लंबी सुरंग जैसी संरचना है।
- CERN: यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन CERN की स्थापना 1954 में जिनेवा (फ्रांस-स्विट्जरलैंड सीमा) पर की गई थी।
- भारत–CERN साझेदारी
- 1991: परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) ने CERN के साथ प्रथम सहयोग समझौता किया।
- 2002: भारत को CERN में पर्यवेक्षक (Observer) का दर्जा दिया गया।
- 2009: डिटेक्टर तकनीक, कंप्यूटिंग, मानव संसाधन प्रशिक्षण और संयुक्त अनुसंधान में सहयोग के विस्तार के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
- 2017: भारत CERN का सहयोगी सदस्य (Associate Member State) बना।
Source: PIB
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