हिंद-प्रशांत क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और रणनीतिक पहलों का केंद्र बिंदु बनकर उभरा है, जो वैश्विक मामलों में इसके महत्त्व को रेखांकित करता है। विश्व भर के राष्ट्र इस क्षेत्र के महत्त्व को तेजी से पहचान रहे हैं और इसकी स्थिरता, समृद्धि एवं खुलेपन के लिए प्रतिबद्ध हैं।