हाल ही में आयोजित कृषि अर्थशास्त्रियों के त्रिवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICAE-2024) में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि भू-राजनीतिक अशांति एवं जलवायु परिवर्तन के कारण कुपोषण तथा भुखमरी की स्थिति खराब हो रही है, और इसमें सतत कृषि-खाद्य प्रणालियों की ओर परिवर्तन’ पर ध्यान केंद्रित किया गया।