भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) द्वारा किए गए अनुमान के अनुसार, साइबर धोखाधड़ी के कारण भारतीयों को अगले वर्ष 1.2 लाख करोड़ रुपये (देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 0.7%) से अधिक की हानि होने की संभावना है।
हाल ही में, राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र और अमृत उद्यान में बलुआ पत्थर से बने कोणार्क पहियों की प्रतिकृतियां स्थापित की गई हैं, जिसका उद्देश्य आगंतुकों के बीच भारत की ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करना और उसका प्रचार करना है।