पाठ्यक्रम: GS3/ अर्थव्यवस्था
संदर्भ
- भारत के सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) ने देशभर में समावेशी और नवाचार-प्रेरित IT विकास की अगली लहर को आगे बढ़ाने के लिए खुद को पुनर्स्थापित किया है, विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों को लक्षित करते हुए।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI)
- STPI की स्थापना वर्ष 1991 में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत की गई थी ताकि IT/ITeS (सूचना प्रौद्योगिकी / सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएँ) और ESDM (इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एवं विनिर्माण) उद्योग को बढ़ावा दिया जा सके।
- यह सॉफ़्टवेयर प्रमाणीकरण, कर अवकाश और प्रोत्साहन, और उच्च गति डेटा कनेक्शन जैसी सेवाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।
- इसने नए IT क्षेत्र को एक प्रमुख निर्यातोन्मुख उद्योग में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- मुख्यालय: नई दिल्ली
- प्रारंभिक केंद्र: प्रारंभिक STPI केंद्र बेंगलुरु, पुणे, और भुवनेश्वर में स्थापित किए गए थे, जो IT क्षेत्र के प्रारंभिक विकास में अहम रहे।
- आर्थिक योगदान: वित्तीय वर्ष 2024–25 में, STPI-पंजीकृत इकाइयों ने लगभग ₹10.59 लाख करोड़ (लगभग $110 बिलियन) के सॉफ़्टवेयर निर्यात का योगदान दिया।
- यह भारत के कुल सॉफ़्टवेयर निर्यात (जो $200 बिलियन से अधिक है) का आधे से भी अधिक हिस्सा है।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) 2.0
- भौगोलिक विस्तार: STPI अब देशभर में 67 केंद्रों तक विस्तृत हो चुका है, जिससे पारंपरिक महानगरों से परे इसका प्रभाव काफी बढ़ गया है।
- इनमें से 59 केंद्र टियर-2 और टियर-3 शहरों में स्थित हैं, जो अविकसित क्षेत्रों में IT विकास को फैलाने की स्पष्ट कोशिश को दर्शाते हैं।
- IT सेवाओं का विकेंद्रीकरण: यह पहल छोटे शहरों और कस्बों में IT सक्षम सेवाओं, सॉफ़्टवेयर विकास और बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट (BPM) के अवसरों को लाने का उद्देश्य रखती है।
- युवाओं और स्थानीय उद्यमियों को लक्षित करना: STPI शिक्षण संस्थानों और छोटे शहरी समूहों के करीब पहुंच कर युवाओं और इच्छुक उद्यमियों को डिजिटल अवसरों तक पहुंच दिलाने की कोशिश कर रहा है।
- बड़े पैमाने पर इनक्यूबेशन इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण: STPI ने नवाचार आधारित स्टार्टअप्स और टेक उद्यमों के समर्थन हेतु 17 लाख वर्ग फीट से अधिक इनक्यूबेशन स्थान का निर्माण किया है।
- स्टार्टअप्स और MSMEs को समर्थन: ये इनक्यूबेशन स्पेस विशेष रूप से सॉफ़्टवेयर उत्पादों और सेवाओं पर केंद्रित सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
नीति समन्वय और राष्ट्रीय संरेखण
- डिजिटल इंडिया के अंतर्गत STPI दूरस्थ और उपेक्षित क्षेत्रों में डिजिटल अवसंरचना का विस्तार कर रहा है।
- स्टार्टअप इंडिया के हिस्से के रूप में यह प्रारंभिक चरण के नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है।
- मेक इन इंडिया के अनुरूप STPI स्वदेशी तकनीकी विकास और सॉफ़्टवेयर उत्पादन को समर्थन दे रहा है।
आगे की दिशा
- अब तक भारत की वैश्विक IT नेतृत्व सेवाओं के निर्यात द्वारा संचालित रही है, जो दीर्घकालिक रूप में सीमित मूल्यवर्धन प्रदान करती हैं।
- प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए, भारत को अब एक मजबूत सॉफ़्टवेयर उत्पाद-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढ़ना होगा।
- सॉफ़्टवेयर उत्पादों पर राष्ट्रीय नीति (NPSP) 2019 ने इस संक्रमण पर सही रूप से बल दिया है, जो स्वदेशी नवाचार और बौद्धिक संपदा आधारित वृद्धि को प्रोत्साहित करता है।
Source: TH
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