पाठ्यक्रम: GS2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध
संदर्भ
- दो वर्षों के बड़े कूटनीतिक गतिरोध के बाद, भारत और कनाडा ने उच्चायुक्तों को बहाल करने पर सहमति व्यक्त की है और व्यापार समझौते, वीज़ा सेवाएं, तथा अन्य संवाद तंत्रों को पुनः शुरू करने पर चर्चा की है।
परिचय
- ये निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच G7 आउटरीच सत्र के अन्योत्तर हुई बातचीत के दौरान लिए गए।
- नेताओं ने व्यापार समझौते (EPTA) पर स्थगित हुई वार्ताओं को पुनः शुरू करने की महत्ता पर चर्चा की, ताकि व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) का मार्ग प्रशस्त किया जा सके।
- दोनों प्रधानमंत्रियों ने “स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, एलएनजी, खाद्य सुरक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, उच्च शिक्षा, गतिशीलता, और आपूर्ति श्रृंखला की लचीलापन” जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।
मामले की पृष्ठभूमि
- कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी गतिविधियों ने द्विपक्षीय संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया था; भारत ने बार-बार कनाडा की निष्क्रियता पर चिंता व्यक्त की थी।
- 2023 कूटनीतिक विवाद: कनाडाई प्रधानमंत्री द्वारा एक खालिस्तान समर्थक कनाडाई नागरिक की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाए जाने के बाद संबंधों में गिरावट आई।
- भारत ने इन आरोपों को खारिज कर दिया और कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
- इस राजनयिक तनाव के कारण व्यापारिक एवं आर्थिक समझौतों पर वार्ताएं स्थगित हो गईं।
भारत-कनाडा संबंधों का संक्षिप्त विवरण
- ऐतिहासिक संबंध: भारत और कनाडा ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित किए।
- लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्रमंडल की सदस्यता ने संबंधों को सुदृढ़ किया है।
- भारत के परमाणु परीक्षणों (1974 और 1998) के कारण संबंधों में ऐतिहासिक तनाव रहा, क्योंकि कनाडा परमाणु अप्रसार नीति का समर्थक रहा है।
- आर्थिक सहयोग: 2024 (जनवरी–अगस्त) में द्विपक्षीय व्यापार कुल 8.55 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा (भारत का निर्यात: 5.22 बिलियन डॉलर, भारत का आयात: 3.33 बिलियन डॉलर)।
- CEPA और विदेशी निवेश संवर्धन एवं संरक्षण समझौता (FIPA) पर वार्ताएं जारी हैं।
- नाभिकीय सहयोग: 2010 में परमाणु सहयोग समझौते (NCA) पर हस्ताक्षर किए गए, जो 2013 से प्रभावी हैं।
- 2010 के शांतिपूर्ण उपयोगों के समझौते के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए एक संयुक्त समिति कार्यरत है।
- अंतरिक्ष सहयोग: 1996 और 2003 में इसरो और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (CSA) के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए।
- सहयोग में उपग्रह ट्रैकिंग, अंतरिक्ष खगोल विज्ञान, और वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण शामिल हैं। इसरो की वाणिज्यिक इकाई ANTRIX ने कनाडा के कई नैनो-उपग्रहों का प्रक्षेपण किया है।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और पोलर कनाडा ने ठंडी जलवायु (आर्कटिक) अध्ययन पर ज्ञान और वैज्ञानिक अनुसंधान के आदान-प्रदान हेतु कार्यक्रम शुरू किया है।
- राष्ट्रीय ध्रुवीय और समुद्री अनुसंधान केंद्र (NCPOR) और पोलर कनाडा के बीच 2020 में सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे।
- जनसांख्यिकीय व सांस्कृतिक संबंध: कनाडा में लगभग 18 लाख भारतीय मूल के लोग और 10 लाख अप्रवासी भारतीय रहते हैं, जो देश की जनसंख्या के 3% से अधिक हैं।
- भारत कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत है – कुल छात्रों में भारतीय छात्रों की भागीदारी लगभग 40% है।
- संस्कृतिक आदान-प्रदान और जीवंत प्रवासी समुदाय द्विपक्षीय दृष्टिकोणों को प्रभावित करते हैं।
- बहुपक्षीय सहयोग: दोनों देश G20, राष्ट्रमंडल, संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसे मंचों पर सहयोग करते हैं।
निष्कर्ष
- भारत-कनाडा संबंध मजबूत नींव और अपार संभावनाओं पर आधारित हैं, विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में।
- हालांकि, राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी मुद्दे संबंधों को नाजुक बनाए रखते हैं।
- भविष्य इस पर निर्भर करता है कि दोनों देश इन मतभेदों को किस प्रकार प्रबंधित करते हैं और साझा हितों का कितनी कुशलता से लाभ उठाते हैं।
Source: TH
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संक्षिप्त समाचार 18-06-2025