तेलंगाना गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स यूनियन (TGPWU) ने राज्य सरकार से गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स के लिए न्यूनतम वेतन, कानूनी मान्यता और व्यापक कल्याण योजनाएं सुनिश्चित करने की मांग की है।
गिग वर्कर्स कौन हैं?
विश्व आर्थिक मंच गिग अर्थव्यवस्था को अल्पकालिक, कार्य-आधारित रोजगार के रूप में परिभाषित करता है, जिसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से श्रमिकों और ग्राहकों को जोड़कर सुगम बनाया जाता है।
भारत में, गिग वर्कर्स को “स्व-नियोजित” (self-employed) माना जाता है, और इसमें महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
मद्रास उच्च न्यायालय ने भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 5(2) के दायरे का विस्तार करने और केंद्र तथा राज्य सरकारों को अपराधों का पता लगाने के लिए गुप्त रूप से फोन टैपिंग करने की अनुमति देने से मना कर दिया।
फोन टैपिंग
फोन टैपिंग का अर्थ है किसी तीसरे पक्ष द्वारा टेलीफोन वार्तालापों को इंटरसेप्ट करना, जो प्रायः सरकारी एजेंसियों द्वारा जानकारी एकत्र करने के लिए किया जाता है।
यह निगरानी का एक रूप है और यदि इसका दुरुपयोग किया जाए तो यह व्यक्तिगत गोपनीयता और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन कर सकता है।