पाठ्यक्रम: GS2/शासन
समाचार में
- केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (SSG) 2025 का शुभारंभ किया।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (SSG) 2025
- यह एक राष्ट्रीय स्तर का ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण है, जिसे पेयजल और स्वच्छता विभाग (DDWS), जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है।
- यह भारत का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है। पहला स्वच्छ सर्वेक्षण 2016 में आयोजित किया गया था, जिसमें 73 शहरों का मूल्यांकन किया गया और मैसूरु को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
विशेषताएँ
- यह ग्रामीण स्वच्छता का व्यापक मूल्यांकन करेगा, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (SBM-G) के तहत ओपन डेफेकेशन फ्री (ODF) प्लस मॉडल की उपलब्धियों को बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- सर्वेक्षण के अंतर्गत गाँवों के नमूना मूल्यांकन और घरों एवं सार्वजनिक स्थलों के विस्तृत सर्वेक्षण किए जाएंगे, जिससे विभिन्न मापदंडों के आधार पर स्वच्छता को मापा जा सके।
- मूल्यांकन के प्रमुख क्षेत्र: प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयों (PWMUs), मल कीचड़ प्रबंधन (FSM) संयंत्रों, और गोबरधन संयंत्रों की संचालन स्थिति, नागरिकों की प्रतिक्रिया, और स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग (SGLR) स्थलों का मूल्यांकन।
महत्त्व
- स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 भारत के स्वच्छ, स्वस्थ और सतत् ग्रामीण समुदायों की दृष्टि को आगे बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण माइलस्टोन है।
- यह पंचायती राज, स्थानीय नेताओं, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्त्ताओं और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों को ग्रामीण स्वच्छता को मजबूत करने पर बल देता है।
- यह पहल ग्रामीण स्वच्छता को नया आकार देने और भारत को स्वच्छ भारत के लक्ष्य के करीब लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) [SBM(G)] – इसे 2 अक्टूबर 2014 को ग्रामीण भारत में खुले में शौच को समाप्त करने और सभी ग्रामीण परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया था। – 2 अक्टूबर 2019 तक इस मिशन ने 100% स्वच्छता कवरेज हासिल किया, जिसमें 10 करोड़ से अधिक व्यक्तिगत घरेलू शौचालय (IHHLs) बनाए गए और सभी गांवों को खुले में शौच मुक्त (ODF) घोषित किया गया। – SBM(G) का दूसरा चरण 1 अप्रैल 2020 को प्रारंभ किया गया, जिसमें ODF स्थिति को बनाए रखने और ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिससे गांवों को 2025-26 तक ODF प्लस (मॉडल) स्थिति में परिवर्तित किया जा सके। – ODF प्लस की प्रगति तीन श्रेणियों में ट्रैक की जाती है: आकांक्षी, उभरते हुए, और मॉडल। |
Source :TH
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