पाठ्यक्रम: GS 2/शासन
समाचार में
- मिज़ोरम को भारत का प्रथम पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया गया है, जो राज्य की शिक्षा यात्रा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
साक्षरता के बारे में
- भारत के महापंजीयक कार्यालय के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जो 7 वर्ष या उससे अधिक आयु का है और किसी भी भाषा में समझ के साथ पढ़ और लिख सकता है, उसे साक्षर माना जाता है।
- स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और सतत विकास लक्ष्य (SDG) 4.6 के अनुरूप साक्षरता की परिभाषा को परिष्कृत किया है।
- अब साक्षरता को पढ़ने, लिखने और समझ के साथ गणना करने की क्षमता के साथ-साथ डिजिटल एवं वित्तीय साक्षरता जैसे महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल के रूप में परिभाषित किया गया है।
- इस विस्तारित परिभाषा का उद्देश्य समाज में पूर्ण भागीदारी और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करना है। कोई भी राज्य या केंद्रशासित प्रदेश जिसने 95% साक्षरता दर प्राप्त कर ली हो, उसे पूर्ण साक्षर माना जाता है।
वर्तमान स्थिति
- भारत की कुल साक्षरता दर (7 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों की) 2023–24 में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलाकर 80.9% है।
- भारत की साक्षरता दर स्वतंत्रता के समय 14% से बढ़कर 2023–24 में लगभग 80.9% हो गई है।
- मिज़ोरम ने “पूर्ण साक्षरता” का दर्जा प्राप्त किया है, जिसकी साक्षरता दर 98.2% है, जो शिक्षा मंत्रालय द्वारा निर्धारित 95% की सीमा को पार कर चुकी है (PLFS 2023–24 सर्वेक्षण के अनुसार)।
- इससे पूर्व, लद्दाख ULLAS (समाज में सभी के लिए आजीवन शिक्षा की समझ) के तहत पूर्ण कार्यात्मक साक्षरता की घोषणा करने वाली प्रथम प्रशासनिक इकाई बनी थी।
- आंध्र प्रदेश (72.6%) और बिहार (74.3%) की साक्षरता दर सबसे कम है (PLFS 2023–24 MoSPI सर्वेक्षण के अनुसार)।

ULLAS – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (न्यू इंडिया साक्षरता कार्यक्रम) – यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप 2022–2027 तक चलने वाली एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य उन 15+ आयु वर्ग के वयस्कों को शिक्षित करना है, जिन्होंने औपचारिक स्कूल शिक्षा प्राप्त नहीं की। इसमें पाँच प्रमुख घटक शामिल हैं: 1. मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान 2. महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल 3. मौलिक शिक्षा 4. व्यावसायिक कौशल 5. निरंतर शिक्षा – इसका उद्देश्य “भारत – जन जन साक्षर” बनाना है, जो कर्त्तव्य बोध की भावना पर आधारित है और स्वेच्छा से योगदान देने के सिद्धांत पर लागू किया जा रहा है। |
Source :IE
Previous article
शहरी बाढ़