पाठ्यक्रम: GS3/ अर्थव्यवस्था
संदर्भ
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य में विशेष रूप से महिला पेशेवरों को लक्षित करते हुए घर से काम (WFH) के अवसरों का विस्तार करने की योजना की घोषणा की है।
परिचय
- आंध्र प्रदेश आईटी और वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) नीति 4.0 को शीर्ष IT कंपनियों को आकर्षित करने और रोजगार वृद्धि को सुविधाजनक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- नीति की एक प्रमुख विशेषता निगमों को WFH विकल्प अधिक उदारता से प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस कदम का उद्देश्य है:
- महिला पेशेवरों के लिए कार्य-जीवन संतुलन को बढ़ावा देना।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में विकास के अवसरों तक समान पहुँच सुनिश्चित करना।
- पारिवारिक जिम्मेदारियों वाली महिलाओं के लिए रोज़गार को अधिक सुलभ बनाना।
भारत में घर से कार्य करने की नीति
- औपचारिक दूरस्थ कार्य विनियमन वाले कुछ देशों के विपरीत, भारत में WFH नीतियों को नियंत्रित करने वाले स्पष्ट कानून नहीं हैं।
- कंपनियाँ आंतरिक रोजगार अनुबंधों के माध्यम से कार्य के घंटे और अपेक्षाएँ निर्धारित करती हैं।
- हालाँकि, सरकार ने मातृत्व अवकाश या दूरस्थ कार्य की अनुमति देने वाली भूमिकाओं जैसे विशिष्ट मामलों में WFH को प्रोत्साहित किया है।
- COVID-19 महामारी के दौरान WFH अपनाने में शुरुआती उछाल के बावजूद, कई भारतीय IT फर्मों ने तब से कार्यालय लौटने की नीतियों को अनिवार्य कर दिया है।
घर से कार्य करने के पक्ष में तर्क
- लागत बचत: WFH ने आवागमन की लागत को काफी कम कर दिया है और कर्मचारियों को अधिक किफायती क्षेत्रों में रहने की अनुमति दी है, जिससे व्यक्तियों एवं संगठनों दोनों को वित्तीय लाभ हुआ है।
- बेहतर कार्य-जीवन संतुलन: WFH कार्य और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों, जैसे कि बच्चों की देखभाल या बुजुर्गों की देखभाल, को प्रबंधित करने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान कर सकता है, जो प्रायः महिलाओं पर असमान रूप से पड़ता है।
- अधिक लचीलापन: कर्मचारी अपने समय का अधिक कुशलता से प्रबंधन कर सकते हैं, जिससे कार्य-जीवन संतुलन में सुधार होता है, विशेषकर उन महिलाओं के लिए जो पेशेवर और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को एक साथ निभाती हैं।
- उच्च ऊर्जा स्तर: यात्रा के समय में कमी ने कर्मचारी उत्पादकता और कल्याण को बढ़ाया है।
- नियोक्ता लाभ: संगठनों को कार्यालय किराये की लागत में कमी और क्लाइंट मीटिंग से संबंधित कम व्ययों से लाभ होता है।
WFH के विरुद्ध तर्क
- बाधित सहयोग: भौतिक संपर्क की अनुपस्थिति टीमवर्क, विश्वास निर्माण और समस्या समाधान क्षमताओं को प्रभावित करती है।
- संगठनात्मक संस्कृति की चुनौतियाँ: WFH सामाजिक, भावनात्मक और मानव पूँजी निर्माण को कमजोर करता है, जो दीर्घकालिक कार्यस्थल सामंजस्य को प्रभावित करता है।
- मान्यता की कमी: WFH महिलाओं के लिए उनके योगदान के लिए दृश्यमान और मान्यता प्राप्त करना कठिन बना सकता है, जिससे संभावित रूप से पदोन्नति और वेतन वृद्धि के अवसर चूक सकते हैं।
आगे की राह
- हाइब्रिड मॉडल लागू करना: दूर से और कार्यालय में काम करने का मिश्रण सहयोग बनाए रखते हुए लचीलापन प्रदान कर सकता है।
- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना: बेहतर संचार उपकरण टीमवर्क और उत्पादकता में अंतर को समाप्त कर सकते हैं।
- समावेशी नीतियाँ विकसित करना: संगठनों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दूर से कार्य करने वाले कर्मचारी, विशेष रूप से महिलाएँ, विकास और नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए समान अवसर प्राप्त करना।
निष्कर्ष
- महिलाओं के लिए आंध्र प्रदेश की WFH पहल भारत में लैंगिक-समावेशी रोजगार नीतियों के लिए एक उदाहरण कायम करने की क्षमता रखती है।
- हालाँकि, दीर्घकालिक सफलता प्राप्त करने के लिए रणनीतिक कार्यान्वयन और उत्पादकता एवं कार्यबल जुड़ाव पर इसके प्रभाव के निरंतर मूल्यांकन की आवश्यकता होगी।
Source: BS
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