पाठ्यक्रम :GS3/आपदा प्रबंधन
समाचार में
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2025 अंतर्राष्ट्रीय आपदा सहनशील अवसंरचना सम्मेलन को संबोधित किया।
अंतर्राष्ट्रीय आपदा सहनशील अवसंरचना सम्मेलन 2025
- यह सरकारों, संगठनों, संस्थानों, मीडिया और अवसंरचना हितधारकों को एक साथ लाकर आपदा और जलवायु-प्रतिरोधी अवसंरचना पर वैश्विक चर्चा को मजबूत करता है।
- प्रथम बार यह यूरोप में आयोजित किया जा रहा है।
- यह जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (UNDRR) के वैश्विक मंच (GPDRR) और तीसरे संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3) के साथ संरेखित है।
- इसका विषय, ‘तटीय क्षेत्रों के लिए सहनशील भविष्य का निर्माण’, प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रति तटीय क्षेत्रों और द्वीपों की संवेदनशीलता को उजागर करता है।
- हालिया घटनाएँ
- चक्रवात रेमाल (भारत और बांग्लादेश)
- हरिकेन बेरिल (कैरेबियाई क्षेत्र)
- तूफान यागी (दक्षिण-पूर्व एशिया)
- हरिकेन हेलेन (संयुक्त राज्य अमेरिका)
- तूफान उसागी (फिलीपींस)
- चक्रवात चिडो (अफ्रीका के विभिन्न हिस्से)
- इन आपदाओं ने जीवन और संपत्ति को भारी हानि पहुँचाई।
मुख्य बिंदु
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के विगत आपदाओं के अनुभवों का स्मरण किया, जैसे 1999 का सुपर साइक्लोन और 2004 की सुनामी। उन्होंने देश द्वारा चक्रवात आश्रयों और सुनामी चेतावनी प्रणाली के निर्माण में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला।
- उन्होंने आपदा सहनशील अवसंरचना गठबंधन (CDRI) के 25 छोटे द्वीपीय विकासशील देशों के साथ कार्य की सराहना की और अफ्रीकी संघ की भागीदारी का स्वागत किया।
- उन्होंने पाँच प्रमुख प्राथमिकताओं को रेखांकित किया:
- शिक्षा में आपदा सहनशीलता का एकीकरण
- सर्वोत्तम प्रथाओं की वैश्विक डिजिटल भंडार प्रणाली का निर्माण
- विकासशील देशों के लिए नवाचारी वित्तीय सहायता
- छोटे द्वीपीय विकासशील राज्यों का समर्थन
- प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों को सुदृढ़ बनाना
- अफ्रीकी संघ ने अंतर्राष्ट्रीय आपदा अवसंरचना सम्मेलन के दौरान भारत के आपदा सहनशील अवसंरचना गठबंधन (CDRI) में भागीदारी की घोषणा की।
आपदा सहनशील अवसंरचना गठबंधन (CDRI) – इसे 2019 में भारत सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (UNDRR) के समर्थन से प्रारंभ किया गया था। – यह सरकारों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, विकास बैंकों, निजी क्षेत्र और शिक्षाविदों का वैश्विक गठबंधन है। – इसका उद्देश्य जलवायु और आपदा जोखिमों के प्रति अवसंरचना की प्रतिरोधकता बढ़ाना, सतत विकास और SDGs की प्राप्ति में सहायता करना है। – यह देशों को SDGs, पेरिस समझौते और सेन्डाई फ्रेमवर्क के अनुरूप वर्तमान और भविष्य की अवसंरचना को मजबूत करने में सहायता करता है। |
Source :PIB
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संक्षिप्त समाचार 09-6-2025