पाठ्यक्रम: GS2/ अंतर्राष्ट्रीय संबंध
संदर्भ
- प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान कोलंबो में श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके के साथ एक महत्त्वपूर्ण बैठक की।
बैठक के मुख्य परिणाम
- श्रीलंका सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘मिथरा विभूषण’ से सम्मानित किया।
- ऊर्जा सहयोग: दोनों देशों ने त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और श्रीलंका की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त रूप से सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन किया।
- ग्रिड इंटरकनेक्टिविटी डील पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिससे भविष्य में श्रीलंका के लिए भारत को संभावित रूप से विद्युत निर्यात करने का द्वार खुल गया।
- रेलवे संपर्क: उत्तर मध्य और उत्तरी प्रांतों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए महो और ओमानथाई के बीच एक उन्नत उत्तरी रेलवे लाइन का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया गया, साथ ही अनुराधापुरा रेलवे स्टेशन पर एक उन्नत रेलवे सिग्नलिंग प्रणाली का भी उद्घाटन किया गया।
- रक्षा सहयोग पर व्यापक समझौता ज्ञापन: यह व्यापक समझौता विभिन्न वर्तमान रक्षा-संबंधी समझ को एक सुसंगत ढाँचे में समेकित करता है, जिससे संरचित संवाद संभव होता है।
भारत और श्रीलंका संबंध
- व्यापार संबंध: 2000 में भारत-श्रीलंका मुक्त व्यापार समझौते (ISFTA) ने दोनों देशों के बीच व्यापार के विस्तार में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
- भारत पारंपरिक रूप से श्रीलंका के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक रहा है और श्रीलंका सार्क में भारत के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है।
- भारत श्रीलंका में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में सबसे बड़ा योगदानकर्त्ता भी है।
- सांस्कृतिक संबंध: 1977 में हस्ताक्षरित सांस्कृतिक सहयोग समझौता दोनों देशों के बीच आवधिक सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों का आधार बनता है।
- बौद्ध और तमिल संबंध लोगों के बीच संपर्क और सॉफ्ट पावर को बढ़ाते हैं।
- पर्यटन: भारत पारंपरिक रूप से श्रीलंका का शीर्ष इनबाउंड पर्यटन बाजार रहा है, जिसके बाद चीन का स्थान आता है।
- श्रीलंका पर्यटन विकास प्राधिकरण के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत पर्यटकों के लिए सबसे बड़ा स्रोत होगा।
- समुद्री सुरक्षा और रक्षा सहयोग: 2011 में, कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन की स्थापना का निर्णय लिया गया जिसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को और बढ़ावा देना है।
- भारत और श्रीलंका ने ‘मित्र शक्ति’ नामक संयुक्त सैन्य अभ्यास, त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास “दोस्ती” और SLINEX नामक एक नौसेना अभ्यास आयोजित किया।
- बहुपक्षीय मंच सहयोग: भारत और श्रीलंका दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC), दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम, दक्षिण एशियाई आर्थिक संघ और BIMSTEC के सदस्य देश हैं, जो सांस्कृतिक और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
चिंता के क्षेत्र
- मछुआरों का मुद्दा: भारतीय जलक्षेत्र से श्रीलंका की निकटता ने प्रायः मछली पकड़ने के लिए दोनों पक्षों के मछुआरों के लिए सीमा रेखा को धुंधला कर दिया है।
- चीन का उदय: हिंद महासागर क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण समुद्री बंदरगाहों में चीन के बढ़ते रणनीतिक निवेश चिंता का विषय रहे हैं।
- हंबनटोटा बंदरगाह जैसी रणनीतिक बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ, चीन को 99 वर्षों के लिए पट्टे पर दी गई हैं।
- व्यापार और आर्थिक असंतुलन: CEPA (व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता) वार्ता रुकी हुई है।
- विकास परियोजनाओं में धीमी प्रगति: जाफना सांस्कृतिक केंद्र, त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्म और आवास योजनाओं जैसी भारतीय वित्त पोषित परियोजनाओं में नौकरशाही की वजह से देरी हो रही है।
- श्रीलंका में आंतरिक अस्थिरता: 2022 के आर्थिक संकट के कारण बड़े पैमाने पर अशांति हुई, जिसके कारण तमिलनाडु तट और शरणार्थी प्रवाह पर प्रभाव पड़ा।
आगे की राह
- भूगोल एवं इतिहास में निहित भारत-श्रीलंका संबंधों को अब साझा आर्थिक समृद्धि, रणनीतिक सहयोग और जन-केंद्रित विकास के माध्यम से विकसित किया जाना चाहिए।
- दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध भारत के पड़ोसी पहले और सागर दृष्टिकोण के अनुरूप आपसी विकास एवं क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करेंगे।
Source: TH
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