अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax): अर्थ, प्रकार, महत्त्व और आलोचनाएँ
अप्रत्यक्ष कर किसी देश की कराधान प्रणाली के साथ-साथ राजकोषीय नीति का एक प्रमुख घटक होता है। ये कर न केवल सरकारी राजस्व संग्रहण एवं आर्थिक विनियमन (Economic Regulation) के लिए, बल्कि आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं के वित्तपोषण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग: मुख्य बिंदु, निर्धारक एवं आलोचना
सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग एक स्वतंत्र मूल्याँकन है जो किसी देश या संप्रभु इकाई की साख को निर्धारित करती है।
राष्ट्रीय आय: अर्थ, मापन, लेखांकन विधियाँ और संबंधित तथ्य
राष्ट्रीय आय अर्थशास्त्र में एक मौलिक अवधारणा है, जो किसी देश के आर्थिक स्थिति को मापने के लिए एक प्रमुख पैमाने के रूप में कार्य करती है।
मुद्रा बाजार: अर्थ, संरचना, उपकरण, भूमिकाएँ और संबंधित तथ्य
मुद्रा बाजार (Money Market), वित्तीय बाजार के एक महत्त्वपूर्ण भाग के रूप में बैंकों, सरकारों एवं निगमों के लिए अल्पकालिक दायित्वों के वित्तपोषण तथा तरलता के प्रबंधन के लिए अभिन्न अंग है।
वित्तीय बाज़ार: अर्थ, वर्गीकरण, भूमिकाएँ और संबंधित तथ्य
वित्तीय बाज़ार राष्ट्र के आर्थिक ढांचे की आधारशिला है। इसके माध्यम से निवेशकों से उधारकर्ताओं तक वित्त के प्रवाह की सुविधा प्रदान की जाती है।
उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना: उद्देश्य, लाभ और मुद्दे
उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना मार्च 2020 में भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गयी थी।
भारत में सहकारी बैंक: अर्थ, प्रकार एवं महत्त्व
भारतीय बैंकिंग परिदृश्य में सहकारी बैंक अपनी अवधारणा और कार्यप्रणाली के कारण एक विशिष्ट स्थान रखते हैं।
केंद्रीय बजट 2024-25: मुख्य तथ्य एवं प्रमुख विशेषताएँ
जुलाई 2024 के संभावित अंतिम सप्ताह में घोषित होने वाले केंद्रीय बजट 2024-25, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एक नियमित बजट होगा।
भारत में विद्युत क्षेत्र: तथ्य, मुद्दे, सरकारी नीतियां और आगे की राह
ऊर्जा मंत्रालय ऐसी नीतियों और योजनाओं को लागू करने की कोशिश कर रहा है जिनके द्वारा सम्पूर्ण देश को एक राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़कर, वितरण नेटवर्क में सुधार करके, प्रत्येक घर तक विद्युत की पहुंच को सुनिश्चित किया जा सकें।
भारत में विकास बैंक: अर्थ, प्रकार एवं महत्त्व
विकास बैंक उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को दीर्घकालिक वित्त सहायता प्रदान करके भारतीय वित्तीय प्रणाली में व्याप्त महत्त्वपूर्ण अंतर को भरने का प्रयास करते हैं।